Dinesh Pratap Singh Protest Rahul Gandhi: रायबरेली दौरे पर राहुल के काफिले को भाजपा मंत्री दिनेश प्रताप सिंह व समर्थकों ने रोक दिया। पुलिस-कार्यकर्ताओं में धक्कामुक्की हुई। राहुल ने कार्यकर्ताओं संग बैठक में वोट चोरी और चुनाव आयोग पर निशाना साधा।
Rahul Gandhi Raebareli visit: लोकसभा चुनाव जीतने के बाद छठे दौरे पर रायबरेली पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का काफिला मंगलवार को विरोध का शिकार बन गया। योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री दिनेश प्रताप सिंह समर्थकों के साथ अचानक सड़क पर धरने पर बैठ गए और “राहुल वापस जाओ” के नारे लगने लगे। इस हंगामे के चलते राहुल का काफिला करीब एक किलोमीटर पहले ही रोकना पड़ा।
काफिले को रोकने पर धक्कामुक्की
जैसे ही पुलिस मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को हटाने पहुंची, भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हो गई। इस दौरान राहुल गांधी का काफिला करीब 5 मिनट तक रुका रहा। दिनेश प्रताप सिंह वही नेता हैं जिन्होंने हाल ही में राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था।
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राहुल का निशाना– “वोट चोरी हो रही है”
राहुल गांधी ने बटोही रिसॉर्ट में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पहले लोग कहते थे “दाल में कुछ काला है”, लेकिन सबूत नहीं थे। अब सबूत मौजूद हैं कि वोट चोरी हो रही है। उन्होंने कहा, “विरोध के बाद भी चुनाव आयोग तानाशाही कर रहा है।”
राहुल गांधी बुधवार सुबह साढ़े 8 बजे दिल्ली से रवाना होकर लखनऊ पहुंचे और फिर सड़क मार्ग से रायबरेली आए। दो दिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने प्रजापति सम्मेलन में हिस्सा लिया और गोरा बाजार चौराहे पर अशोक स्तंभ का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा कार्यकर्ता बौखला गए हैं।
पोस्टर विवाद ने बढ़ाई हलचल
रायबरेली में राहुल के दौरे से पहले ही एक पोस्टर चर्चा का कारण बन गया था। इसमें सपा नेता राहुल निर्मल बागी ने राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव को कलयुग के ब्रह्मा, विष्णु और महेश बताया। इस पोस्टर पर भाजपा प्रवक्ता आनंद दुबे ने तंज कसा कि विपक्षी नेता चुनाव आते ही अपना रंग बदल लेते हैं।
मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के विरोध पर कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस नेता और पूर्व एमएलसी दीपक सिंह ने मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के विरोध को “ओछी हरकत” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मंत्री पद बचाने की कोशिश है। दीपक सिंह ने याद दिलाया कि दिनेश प्रताप सिंह पहले बसपा, फिर सपा और कांग्रेस में रह चुके हैं और हर पार्टी को छोड़ने के बाद गालियां देते रहे हैं।
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