सार

Saharanpur family murder case: सांगाठेड़ा हत्याकांड में नया खुलासा! आरोपी योगेश ने शोर मचाने पर अपने चचेरे भाई को भी मारने की कोशिश की। परिवार ने योगेश के मानसिक रूप से अस्थिर होने के दावे को नकारा, कहा योजनाबद्ध तरीके से हत्याकांड को अंजाम दिया।

Yogesh Rohilla News : सांगाठेड़ा गांव में हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड में एक नया खुलासा हुआ है। आरोपी योगेश के चचेरे भाई अक्षय रोहिला ने बताया कि शोर मचाने पर आरोपी ने उसे भी जान से मारने की कोशिश की। योगेश के चचेरे भाई अक्षय ने बताया कि पहली गोली की आवाज सुनने के बाद जब वह नीचे आने की कोशिश कर रहा था, तो सीढ़ियों का दरवाजा बंद था। उसने योगेश को रोकने के लिए चिल्लाया, लेकिन आरोपी गुस्से में पिस्टल लेकर उसकी ओर दौड़ा। किसी तरह अपनी जान बचाने के लिए उसने खुद को अंदर से लॉक कर लिया और शीशे तोड़कर मदद के लिए चिल्लाने लगा। इस दौरान उसके दोनों हाथों में चोटें आईं।

हत्याकांड को योजनाबद्ध तरीके से दिया अंजाम

अक्षय ने खुलासा किया कि योगेश ने नीचे के कमरे के मुख्य दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया था ताकि कोई भी परिवार का सदस्य बाहर न भाग सके। उसने चारों को गोली मारने के बाद पिस्टल को दोबारा लोड किया और हाथ में रखा ताकि कोई उस पर हमला न कर सके।

मानसिक रूप से अस्थिर नहीं, शातिर दिमाग था योगेश

योगेश के चाचा मास्टर विनोद रोहिला ने कहा कि कुछ लोग उसे मनोरोगी बता रहे हैं, लेकिन यह सच नहीं है। वह कई दिनों से इस घटना की योजना बना रहा था। अगर वह मानसिक रूप से अस्थिर होता, तो उसे यह कैसे समझ आता कि पुलिस उसे जनता के बीच से ले जाएगी तो लोग उस पर हमला कर सकते हैं? इसी डर के कारण उसने पुलिस अधिकारियों से शॉर्टकट रास्ते से ले जाने की गुहार लगाई।

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परिवार ने नकारा मानसिक बीमारी का दावा

योगेश की चाची मीना ने बताया कि पहली पत्नी की मृत्यु के बाद परिवार ने ही उसकी शादी कैराना की नेहा से कराई थी ताकि वंश आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा, "क्या पता था कि जिस परिवार को बसाने के लिए हमने कदम उठाया, वही एक दिन पूरे परिवार को तबाह कर देगा।"

अक्षय ने बताया कि योगेश को हमेशा समझाया जाता था कि नेहा सादगी और ईमानदारी की मिसाल है, लेकिन वह किसी की नहीं सुनता था। अक्षय ने कहा, "मेरी भाभी नेहा रोज मंदिर जाती थीं और पूजा-पाठ में लीन रहती थीं। वह बेहद अच्छी इंसान थीं।"

51 घंटे बाद जिंदगी की जंग हार गई नेहा

22 मार्च को सांगाठेड़ा गांव में भाजपा नेता योगेश रोहिला ने शक और गुस्से में अपनी पत्नी नेहा, बेटी श्रद्धा, बेटों देवांश और शिवांश को गोली मार दी थी। श्रद्धा, देवांश और शिवांश की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि नेहा को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

परिजनों ने उसे चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उसे बचाने की हर संभव कोशिश की। नेहा को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था, लेकिन 51 घंटे बाद सोमवार शाम उसने दम तोड़ दिया। गांव में यह खबर फैलते ही कोहराम मच गया। नेहा की बहनें रीना और रश्मि का रो-रोकर बुरा हाल है।

नेहा की दादी की अपील: ‘हत्यारे को फांसी होनी चाहिए’

नेहा की दादी शकुंतला ने कहा, “मेरी नेहा ने किसी का क्या बिगाड़ा था? उन मासूम बच्चों का क्या कसूर था, जिन्हें इतनी बेरहमी से मार दिया गया? हत्यारे को फांसी होनी चाहिए।” शनिवार को सहारनपुर के सांगाठेड़ा गांव में योगेश रोहिला ने अपनी पत्नी और बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। तीनों मासूम बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि नेहा गंभीर हालत में जिंदगी की जंग लड़ रही थी। अंततः वह भी अपने जख्मों से नहीं जीत सकी।

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