सार

Saurabh murder case: मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड में नया खुलासा। Snapchat पर 3 फेक आईडी बनाकर मुस्कान ने साहिल को ब्रेनवॉश किया, मृत मां के नाम पर खेला घिनौना साइकोलॉजिकल गेम। पढ़ें पूरी कहानी।

Saurabh murder case: मेरठ का दिल दहला देने वाला सौरभ राजपूत हत्याकांड एक ऐसी कहानी है जिसमें प्यार, धोखा, अंधविश्वास और क्रूरता का घिनौना मेल देखने को मिला। आरोपी पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने मिलकर सौरभ की बेरहमी से हत्या कर दी। साहिल, जो पहले से ही तंत्र-मंत्र और काले जादू में विश्वास रखता था, उसकी इस कमजोरी को मुस्कान ने अपना हथियार बना लिया। हालांकि दोनों आरोपी अब सलाखों के पीछे हैं। पर जिस तरह मुस्कान ने सौरभ की मृत मां के नाम का यूज कर उसका ब्रेन वॉश किया। Snapchat पर उसे कैसे क्राइम करने के लिए कैसे मोटिवेट करती थी? आइए उसके बारे में जानते हैं।

कैसे मुस्कान ने साहिल को अपने जाल में फंसाया?

साहिल की तंत्र-मंत्र और काले जादू में विश्वास की कमजोरी देखकर मुस्कान ने उसे यह यकीन दिलाया कि वह उससे परलोक में उसकी मां के जरिए बात कर रही है। साहिल को मानसिक रूप से यकीन दिलाया कि उसकी मां भी यही चाहती है कि सौरभ का अंत हो। धीरे-धीरे, साहिल ने इस झूठ को सच मान लिया और मुस्कान के इशारों पर चलने लगा। इस तरह मुस्कान ने साहिल का ब्रेन वॉश कर दिया और उसे जुर्म के रास्ते पर ले आई।

तीन फेक आईडी का यूज कर साहिल को किया गुमराह

मुस्कान ने तीन फर्जी स्पैनचैट की आईडी का यूज कर साहिल को गुमराह किया। कथित तौर पर यह आईडी उसने अपने भाई के मोबाइल नंबर का यूज करके बनाई थी। बड़े ही शातिराना ढंग से उसने इन आईडी के जरिए साहिल की मृत मां और अपनी मां व भाई की उनके रिश्ते पर सहमति का भ्रम क्रिएट किया और इस तरह साहिल, मुस्कान के जाल में फंस गया और सच में भरोसा कर लिया कि उसकी मां परलोक से उसे गाइडेंस दे रही है।

फेक आईडी और फेक चैट से ब्रेनवॉश

मुस्कान ने स्नैपचैट पर फेक आईडी बनाकर साहिल से उसकी मां के नाम पर बात की। इन संदेशों में कुछ इस तरह की बातें लिखी जाती थीं। पहले संदेश में "राजा, मेरे बच्चे, हमें माफ कर दो। अब जो भी होगा, होगा। दैवीय शक्ति तुम्हारी रक्षा करेगी।" लिखा गया था। दूसरे संदेश में, "सब कुछ बर्बाद हो गया है, मेरे बच्चे। गुड़िया (मुस्कान) का ख्याल रखना।" तीसरे संदेश में लिखा था, "राजा, तुम्हारी पत्नी ने परीक्षा पास कर ली है। वह अब हमारे परिवार का हिस्सा बन गई है। उसे अब कोई नहीं हरा सकता।"

डिजिटल सबूत बने सबसे बड़ा हथियार

इस केस में पुलिस ने तकनीकी जांच का बेहतरीन इस्तेमाल किया। स्नैपचैट मैसेज ट्रेस किए गए। मुस्कान के भाई के मोबाइल नंबर से फेक आईडी बनाई गई थी। साहिल के फोन में मौजूद चैट हिस्ट्री से पूरा षड्यंत्र उजागर हुआ। हिमाचल में साहिल और मुस्कान की गतिविधियों के वीडियो में भी दोनों बेहद खुश और बेफिक्र नजर आ रहे थे। एक कैब ड्राइवर भी पुलिस को और पुख्ता सबूत देने में मददगार साबित हुआ।