UP Crime News: जेल से छूटे दरिंदों की वापसी, मासूम की चुप्पी में छुपा था एक कड़वा राज़—गर्भवती मिली किशोरी, मां की गुहार से हिल गई इंसाफ़ की बुनियाद! जानिए चंदौली के इस सनसनीखेज़ केस की पूरी कहानी।

Chandauli gangrape case: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के एक छोटे से गांव में एक किशोरी के साथ ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को हिला दिया। नवंबर 2024 की एक शाम, जब किशोरी छत पर बैठकर पढ़ाई कर रही थी, तभी पास की छत से तीन युवक अचानक आए और उसे जबरन खींचकर ले गए। बगल की छत पर ले जाकर उसके साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया गया। पीड़िता की मां ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद तीनों आरोपियों को पॉक्सो एक्ट के तहत जेल भेजा गया।

बेल पर बाहर आए आरोपी, दोबारा हुई दरिंदगी

समाज और कानून की उम्मीदों के बीच कुछ समय बाद आरोपी जमानत पर बाहर आ गए। फरवरी 2025 में जब किशोरी कूड़ा फेंकने गई, तभी चार युवकों ने उसे फिर से जबरन अगवा कर लिया। इस बार आरोपियों ने न सिर्फ उसके साथ गैंगरेप किया, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। डर के मारे किशोरी ने यह बात किसी को नहीं बताई और चुपचाप सब सहती रही।

दर्द का सच: मेडिकल जांच में खुलासा

कुछ समय बाद किशोरी के पेट में तेज दर्द हुआ, तो परिवार वाले उसे अस्पताल ले गए। डॉक्टर्स ने मेडिकल जांच के बाद बताया कि किशोरी गर्भवती है। यह सुनकर परिवार और गांव दोनों हैरान रह गए। पीड़िता की मां ने महिला आयोग से न्याय की गुहार लगाई है, ताकि दोषियों को सख्त सजा मिल सके।

पुलिस की कार्रवाई और समाज में हलचल

मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने पीड़िता की मां की तहरीर पर चार आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना ने समाज में कानून व्यवस्था, पीड़ितों की सुरक्षा और जमानत पर छूटे अपराधियों की पुनरावृत्ति जैसे गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

मां की गुहार और न्याय की उम्मीद

पीड़िता की मां ने महिला आयोग की सदस्य से न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि अगर दोषियों को सख्त सजा नहीं मिली, तो ऐसी घटनाएं रुकना मुश्किल है। यह मामला प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक बड़ा सबक है।