Carpet Expo 2025: भदोही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 49वें अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले का शुभारंभ किया। बोले- एक देश टैरिफ लगाएगा तो हम 10 नए देशों में रास्ते खोलेंगे। कालीन उद्योग को आत्मनिर्भर भारत की नई पहचान बताया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भदोही प्रदेश की आर्थिक ताकत है और कालीन उद्योग को किसी भी विदेशी टैरिफ से डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “जब एक देश टैरिफ लगाएगा, हम दस नए देशों की दिशा में रास्ते खोलेंगे।” मुख्यमंत्री शनिवार को 49वें अंतरराष्ट्रीय कालीन मेला और चौथे कार्पेट एक्सपो के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे।
यूएस टैरिफ पर बोले सीएम, डरने की नहीं, आगे बढ़ने की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कालीन उद्यमियों से कहा कि अमेरिकी टैरिफ के फैसले से घबराने के बजाय इसे अवसर के रूप में देखें। “यूएई, यूके और अन्य देशों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से नए बाजार खुलेंगे,” उन्होंने कहा। प्रदेश सरकार ने इसके लिए हाई लेवल कमेटी का गठन किया है, जो टैरिफ से जुड़ी चुनौतियों पर लगातार काम कर रही है।
यह भी पढ़ें: Ayodhya Deepotsav 2025: राम की पैड़ी पर बैठेंगे हजारों श्रद्धालु, भव्य दीपोत्सव की तैयारी पूरी!
भदोही, मीरजापुर और वाराणसी बनेंगे विशेष कार्पेट डेवलपमेंट रीजन
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि भदोही, मीरजापुर और वाराणसी को जोड़कर स्पेशल कार्पेट डेवलपमेंट रीजन बनाया जाएगा। उन्होंने कहा यह इलाका यूपी की निर्यात क्षमता और उद्योग के विस्तार में नई ऊर्जा भरेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्यारह वर्ष पहले यह उद्योग बंदी के कगार पर था, पर आज भदोही की कालीनें 88 देशों तक पहुंच रही हैं। पहले एक्सपो में जहाँ कुछ ही विदेशी खरीदार थे, वहीं अब तीन से चार सौ बायर्स दुनियाभर से आ रहे हैं, जो इसकी वैश्विक मांग को दर्शाते हैं।
एमएसएमई और ओडीओपी ने दिया उद्योग को नया जीवन
योगी ने कहा कि ओडीओपी योजना के अंतर्गत प्रत्येक जिले को उसकी पहचान मिली — भदोही की कालीन, बनारस का सिल्क, मुरादाबाद का पीतल और फिरोजाबाद का ग्लास। उन्होंने बताया, “2017 में जब हमने यह योजना शुरू की थी, तब किसी ने नहीं माना था कि यूपी का निर्यात दो लाख करोड़ पार करेगा, लेकिन आज यह हकीकत बन चुका है।”
महिलाओं के रोजगार का सबसे बड़ा जरिया बन रहा कालीन उद्योग
मुख्यमंत्री के अनुसार कालीन उद्योग अब 25 से 30 लाख लोगों को रोजगार दे रहा है और हर साल लगभग 17 हजार करोड़ का निर्यात करता है। “यह उद्योग महिला स्वावलंबन का सबसे बड़ा माध्यम है,” उन्होंने कहा। सरकार का लक्ष्य इसे और अधिक महिलाओं से जोड़ना है ताकि वे घर से ही आत्मनिर्भर बन सकें।
कार्यक्रम में रवि पाटेरिया, हाजी हमीद, अनिल सिंह, आदर्श पूर्णिमा व आलोक बरनवाल जैसे प्रमुख उद्यमियों ने उद्योग से जुड़ी समस्याएं रखीं। मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भरता, महिला शक्ति और नीति निर्माण में उद्योगों की भूमिका पर संवाद किया। उन्होंने कहा सरकार जल्द ऐसी समिति बनाएगी जो उद्यमियों के सुझावों को नीतिगत सुधारों में शामिल करेगी।
ऋण वितरण और सम्मान समारोह
- कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कई योजनाओं के लाभार्थियों को करोड़ों रुपए के ऋण और उपकरण प्रदान किए।
- अमित कुमार को ओडीओपी के तहत कालीन उद्योग के लिए ₹2 करोड़ का ऋण।
- शिवम जायसवाल को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना से ₹60 लाख।
- पुनीत प्रताप सिंह को वॉलपेपर उद्योग के लिए ₹15 लाख।
- रामजी विश्वकर्मा, विकास विश्वकर्मा, सौरभ कुमार पाठक, ज्योति मौर्य और कविता राय सहित कई लाभार्थियों को ऋण और सम्मान प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री ने 55 वर्षों से कालीन उद्योग की सेवा कर रहे रवि पाटेरिया को सम्मानित किया, जिनकी कंपनी का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल है।
सीएम बोले, भदोही को छोटा मत समझिए
कार्यक्रम के अंत में सीएम योगी बोले, “भदोही को छोटा मत समझिए, यह उत्तर प्रदेश की आर्थिक शक्ति है। चुनौतियों से डरना नहीं है, बल्कि उन्हें अवसर में बदलना है। जब दुनिया दरवाजा बंद करेगी, हम 10 नए दरवाजे खोलेंगे। यही आत्मनिर्भर भारत की असली भावना है।”
यह भी पढ़ें: एक आदमी की दो पत्नियां, दोनों ने रखा करवा चौथ का व्रत, Viral Video देखिए!
