सार
मथुरा के इस्कॉन मंदिर से एक बड़ा घोटाला सामने आया है। जहां श्रद्धालुओं द्वारा दिए गए चंदे की राशि को एक कर्मचारी ने हड़प ली, जिसके बाद मामला गर्मा गया। जानकारी है की कर्मचारी रसीद बुक लेकर फरार हो गया। आरोपी का नाम मुरलीधर दास है, जो मंदिर के सदस्यता विभाग में तैनात था। इस घोटाले के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश तेज कर दी है।
रसीद बुक लेकर फरार हुआ आरोपी
मंदिर के सदस्यता विभाग में काम करने वाले मुरलीधर दास पर आरोप है कि उसने 32 रसीदें प्राप्त की थीं, लेकिन उन्हें वापस नहीं किया और श्रद्धालुओं से लिए गए चंदे की राशि का हिसाब नहीं दिया। इसके बाद मुरलीधर दास मंदिर से फरार हो गया। पुलिस ने इस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की गहन जांच की जा रही है।
आरोपी को ढूंढ रही पुलिस
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अरविंद सिंह ने बताया कि आरोपी मुरलीधर दास के खिलाफ विश्वनाथ दास की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस ने मंदिर प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपी की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश शुरू कर दी है। पुलिस अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ कर रही है और मामले की जांच के लिए विभिन्न कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है।
मंदिर प्रशासन ने सख्त कदम उठाने की जताई इच्छा
मंदिर प्रशासन ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे इस मामले में सख्त कदम उठाएंगे और श्रद्धालुओं के विश्वास को बहाल रखने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे। आरोपित की गिरफ्तारी के बाद मामले की पूरी जांच होगी और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुरलीधर दास की गिरफ्तारी के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि श्रद्धालुओं से हड़पे गए चंदे की राशि का सही आंकड़ा क्या था। वहीं पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।
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