सार
प्रयागराज: महाकुंभ मेले की तैयारियों के अंतिम चरण में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने शनिवार को प्रयागराज का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने सबसे पहले सिविल लाइंस थाने का दौरा किया, जहां उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद वह महाकुंभ मेला क्षेत्र के किला घाट पर पहुंचे, जहां सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर समीक्षा की गई।
जल पुलिस और मोटर बोट की सुरक्षा चौकसी
महाकुंभ मेला क्षेत्र में जल पुलिस और मोटर बोट के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था को और भी सख्त करने के लिए डीजीपी ने अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने महाकुंभ के एसएसपी अस्थायी कार्यालय का उद्घाटन किया और बोट से संगम नोज का निरीक्षण किया।
महाकुंभ मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने के लिए डीजीपी ने कहा कि हर कोने में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही, सभी विभागों के समन्वय से कार्य चल रहा है। डीजीपी ने यह भी बताया कि महाकुंभ के दौरान लगभग 40 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी पुलिस पर है।
एटीएस की मॉक ड्रिल और आपातकालीन तैयारियां
डीजीपी प्रशांत कुमार के सामने एटीएस के जवानों ने संगम नोज पर मॉक ड्रिल का प्रदर्शन किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वहीं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से रासायनिक और परमाणु आपदाओं से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इस कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने किया। अधिकारियों का कहना है कि महाकुंभ को हर दृष्टि से सुरक्षित बनाने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
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