Rampur STF Encounter: UP STF ने रामपुर में NEET छात्र दीपक गुप्ता हत्या का मुख्य आरोपी और कुख्यात पशु तस्कर जुबेर को एनकाउंटर में ढेर किया। जुबेर पर 1 लाख का इनाम, 18+ केस और अन्य आरोपी की तलाश जारी।
Rampur STF Operation: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में शुक्रवार की रात STF ने गोरखपुर के NEET छात्र दीपक गुप्ता की हत्या के मुख्य आरोपी जुबेर को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। जुबेर पर 1 लाख रुपये का इनाम था और उसके खिलाफ 18 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे। मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि जुबेर का एक साथी फरार हो गया।
कौन था जुबेर और क्यों था वह इतना खतरनाक?
जुबेर रामपुर के थानागंज के घेर मर्दान खा का रहने वाला था। वह लंबे समय से फरार चल रहा था और NEET छात्र दीपक गुप्ता की हत्या का मुख्य आरोपी था। जुबेर पर 18 मुकदमे दर्ज थे, जिनमें से 14 रामपुर, 2 गोरखपुर, 1-1 गोंडा और बलरामपुर में थे।
कैसे हुआ STF एनकाउंटर?
रामपुर पुलिस चाकू चौक पर चेकिंग अभियान चला रही थी। STF को सूचना मिली कि जुबेर इस इलाके में छिपा हुआ है। STF ने उसे मंडी जाने वाले रास्ते पर घेर लिया। अपने आप को घिरा देखकर जुबेर ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाब में STF और पुलिस ने भी गोलीबारी की, जिससे जुबेर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया।
NEET छात्र दीपक गुप्ता की हत्या की पूरी कहानी
15 सितंबर को गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में कुछ पशु तस्कर एक फर्नीचर की दुकान तोड़ने पहुंचे। दीपक गुप्ता ने सूचना पाकर तस्करों का पीछा किया, लेकिन तस्करों ने उसे पकड़ लिया और लगभग 4 किलोमीटर दूर हत्या कर दी। घटना के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम किया और पथराव किया। पुलिस और अधिकारियों की समझाइश के बाद ही हंगामा खत्म हुआ।
ग्रामीणों का गुस्सा और पुलिस की कार्रवाई
दीपक की मौत के बाद ग्रामीण और परिवार वाले गुस्से में सड़क पर उतर आए। पथराव और आगजनी की घटना के बाद प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने अन्य आरोपी की तलाश तेज कर दी थी और बाद में कुशीनगर में दो आरोपियों को एनकाउंटर में गिरफ्तार किया गया।
क्या जुबेर के एनकाउंटर से खत्म हो गई पशु तस्करी की वारदातें?
STF और पुलिस अब भी अन्य पशु तस्करों की तलाश में हैं। UP STF ने रामपुर में NEET छात्र दीपक गुप्ता हत्या के मुख्य आरोपी जुबेर को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। जुबेर पर 1 लाख रुपये का इनाम और 18+ आपराधिक मामले थे। STF और पुलिस अब भी अन्य पशु तस्करों की तलाश में हैं।
