सार

नोएडा में एक इंजीनियर ने फांसी लगाकर जान दे दी। बेरोजगारी और लिव-इन पार्टनर के तानों से परेशान थे। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

उत्तरप्रदेश | नोएडा के सेक्टर-113 थाना क्षेत्र के सर्फाबाद में शुक्रवार को एक इंजीनियर ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने बेरोजगारी और लिव-इन पार्टनर द्वारा बार-बार ताने मारने से परेशान होकर यह कदम उठाया। मृतक का शव उसकी पार्टनर ने घर लौटने के बाद पंखे से लटका पाया। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

कॉलेज से शुरू हुआ रिश्ता, बेरोजगारी बनी तनाव का कारण

शाहजहांपुर निवासी मयंक चंदेल (27) पिछले चार वर्षों से बांदा की रहने वाली अपनी साथी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। दोनों की मुलाकात कॉलेज के दिनों में हुई थी। वे सेक्टर-73 के शौर्य बैंक्वेट हॉल के पास एक किराए के मकान में रहते थे।

पुलिस के मुताबिक, मयंक लंबे समय से बेरोजगार थे और नौकरी पाने की कोशिश कर रहे थे, जबकि उनकी पार्टनर एक निजी कंपनी में कार्यरत थीं। मयंक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उनकी पार्टनर उन्हें बेरोजगारी को लेकर ताने देती थीं और कहती थीं कि वह घर पर बैठकर सिर्फ खाना खाते हैं। उन्होंने लिखा कि वह इन कारणों से अपनी जान दे रहे हैं, लेकिन किसी को दोष नहीं देते। पुलिस ने परिवार को घटना की जानकारी दे दी है।

इंजीनियर की मौत के साथ नोएडा में दूसरी घटना

यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है, जब कुछ दिन पहले सेक्टर-39 थाना क्षेत्र में एक अन्य इंजीनियर की मौत हुई थी। सलारपुर गांव में रहने वाले मिजोरम के मूल निवासी माइकल जोनी चकमा (34) की चौथी मंजिल से गिरने के कारण मौत हो गई।

पुलिस जांच में पाया गया कि माइकल नींद से जागकर बालकनी में बने बाथरूम की तरफ गए थे। तभी पैर फिसलने से वह नीचे गिर गए। स्थानीय लोगों ने खून से लथपथ हालत में उन्हें देखा और पुलिस को सूचना दी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। माइकल पिछले कई महीनों से तनाव में थे। उनके भाई एंगलान चकमा, जो आर्मी में कार्यरत हैं, ने किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया और शव को मिजोरम ले गए।

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