सार
उत्तर प्रदेश के कानपुर में आयकर विभाग के छापे में बड़ा कैश और सोना हाथ लगा है। आयकर विभाग ने ज्वैलर्स और बुलियन कारोबारी के यहां छापा मारा था। कपड़ों की गांठों में ठूंसकर रखे 6 करोड़ मिले, इससे पहले कार के सीट कवर के नीचे से 12 किलो सोना मिला था।
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में आयकर विभाग के छापे में बड़ा कैश और सोना हाथ लगा है। आयकर विभाग ने ज्वैलर्स और बुलियन कारोबारी के यहां छापा मारा था। सोमवार को जब कार्यवाही पूरी होने को थी, तभी कुछ और सुराग हाथ लगे थे। इसके बाद रात को आयकर टीम ने अचानक नयागंज स्थित बाग्ला बिल्डिंग में छापा मार दिया था। यहां कपड़ों की गांठों में ठूंसकर रखे 6 करोड़ मिले, इससे पहले कार के सीट कवर के नीचे से 12 किलो सोना मिला था।
कानपुर में आईटी रेड, राधामोहन ज्वैलर के यहां काली कमाई
आयकर विभाग ने रविवार को छापे के दौरान एक पुरानी कार के सीट कवर के नीचे छुपाकर रखा 12 किलो सोना बरामद किया था। आयकर विभाग ने 16 ठिकानों पर छापा मारा था। जब टीम राधामोहन ज्वैलर के बिरहाना रोड स्थित शोरूम में जांच कर रही थी, तभी उसे बड़ा सुराग हाथ लगा। इसके बाद टीम बाग्ला बिल्डिंग पहुंची। यहां ज्वैलर की एक कपड़ की दुकान है, जो उस समय बंद थी।
जब दुकान खुलवाकर तलाशी शुरू हुई, तो कपड़ों की गांठों में भरकर रखे 6 करोड़ रुपए हाथ लगे। यह रकम और अधिक हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, छापे के दौरान जब टीम ने दुकान की चाबी मांगी, तो उन्हें नहीं दी गई। इससे शक गहराया। पांच दिन चली छापामार कार्यवाई में आयकर विभाग को 1500 करोड़ से अधिक की हेरफेर का पता चला है। इसमें 100 करोड़ की टैक्स चोरी भी है। टीम को 15 करोड़ कैश और 8 करोड़ी की बेनामी ज्वैलरी मिली है।
मोदी सरकार और ब्लैकमनी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी
माना जा रहा है कि आयकर विभाग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी(AI) के जरिये मदद मिल रही है। शुरुआत में टीम ने 17 जगहों पर छापे मारे थे। बाद में यह कार्यवाही यूपी के अलावा दिल्ली से लेकर कोलकाता तक करीब 55 जगहों पर हुई। करीब 250 आईटी अधिकारियों-कर्मचारियों ने इस छापेमार कार्यवाही का अंजाम दिया। यह छापेमारी 22 जून को शुरू हुई थी, जो 26 जून की शाम तक चली।
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