CM योगी ने ANTF को अधिक सक्षम बनाने के निर्देश दिए। फोर्स में स्थायी स्टाफ तैनाती, आधुनिक तकनीक, न्यायालय आवंटन और भवन निर्माण पर जोर दिया गया। 2023–25 में बड़ी मात्रा में ड्रग्स जब्ती और तस्करों की गिरफ्तारी हुई।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि फोर्स के सभी 06 थानों और 08 यूनिटों में निरीक्षक, उपनिरीक्षक, कंप्यूटर ऑपरेटर और आरक्षी सहित आवश्यक स्टाफ की स्थायी तैनाती जल्द पूरी की जाए। साथ ही टीम को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाए।
आधुनिक उपकरण और तकनीक से लैस होगी फोर्स
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि एएनटीएफ को आधुनिक उपकरण, डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम और उन्नत तकनीकी संसाधनों से सुसज्जित किया जाए, ताकि कार्रवाई और भी तेज तथा सटीक हो सके।
प्रस्तावित थानों के लिए न्यायालय आवंटन जल्द पूरा हो
उन्होंने कहा कि प्रस्तावित थानों के लिए न्यायालय आवंटन की प्रक्रिया बिना देरी पूरी की जाए। इससे मामलों की त्वरित सुनवाई और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित हो सकेगी। साथ ही फोर्स के सभी थानों के लिए स्थायी भवन निर्माण पर भी जोर दिया गया।
ANTF की कार्रवाई में अब तक की प्रगति
बैठक में बताया गया कि एएनटीएफ गठन के बाद से कार्रवाई में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2023 से 2025 के बीच 310 मुकदमे दर्ज किए गए, 35,313 किलो अवैध मादक पदार्थ जब्त किए गए और 883 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। जब्त मादक पदार्थों की अनुमानित कीमत 343 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।
बड़े नेटवर्क और माफियाओं पर भी कार्रवाई
समीक्षा बैठक में यह भी बताया गया कि सामान्य कार्रवाई के साथ-साथ बड़े ड्रग नेटवर्क और माफियाओं पर लगातार प्रहार किए गए हैं। पिछले तीन वर्षों में 2,61,391 किलो अवैध मादक पदार्थों का विधि अनुसार विनष्टीकरण किया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 775 करोड़ रुपये है। मुख्यमंत्री ने कहा कि निस्तारण प्रक्रिया नियमित और पारदर्शी तरीके से जारी रहनी चाहिए।
नशामुक्ति के लिए समाज की सामूहिक जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई केवल कानून-व्यवस्था का विषय नहीं है, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। परिवारों, शैक्षणिक संस्थानों, नागरिक संगठनों और प्रशासन को मिलकर प्रयास करना होगा कि नशा युवाओं तक न पहुंचे। उन्होंने कहा कि अपराधियों को स्पष्ट संदेश मिलना चाहिए कि उत्तर प्रदेश में अवैध ड्रग कारोबार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


