सार

BNB चेन समय-समय पर यूजर्स को रिस्क वाले डिएप्स से बचने की टिप्स देते हैं। बीएनबी चेन में ऐप डेवलपर्स को अपने ऐप्स को प्रमोट करने का प्लेटफॉर्म मिलता है। इन ऐप्स को डीसेंट्रलाइज्ड ऐप कहते हैं। कुछ ऐप्स जो वादा करते हैं, रिजल्ट उससे उलटा देते हैं।

टेक डेस्क : कहीं आपकी जेब भी तो स्कैमर्स के निशाने पर नहीं है? दरअसल, आपके मोबाइल में मौजूद कुछ ऐप्स आपकी मेहनत की कमाई पर डाका डाल सकते हैं। क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज बायनेंस (Binance) के BNB चेन ने आगाह किया है कि उसके नेटवर्क पर मौजूद 191 ऐप्स सही नहीं है। इन ऐप्स को लेकर BNB चेन ने सह किसी को सावधान किया है। बता दें कि बीएनबी चेन हर हफ्ते रेल अलार्ट लिस्ट अपडेट करते हैं। इस बार हाई रिस्क की कैटेगरी में 191 ऐप्स को रखा गया है। बीएनबी चेन की तरफ से कहा गया है कि इन ऐप्स के साथ अगर कोई यूजर डील करता है तो उसे भारी नुकसान हो सकता है। आशंका जताई जा रही है कि ये ऐप्स गलत गतिविधियों में शामिल हैं और यूजर्स को अलग-अलग तरीकों से अपना शिकार बना रहे हैं।

रेड अलार्म लिस्ट में ये ऐप

बीएनबी चेन की तरफ से एक ट्वीट किया गया है, जिसमें लिखा है- 'आपकी सुरक्षा हमारी टॉप प्रॉयरिटी है। हमारा वीकली ब्लॉग जरूर देखें, जिससे हमारे नेटवर्क पर मौजूद संदिग्ध ऐप्स की जानकारी आपको मिल सके। रेड अलार्म की लिस्ट में पिनाकी, एलवांटिस, स्ट्रीमफ्लो, ओनली ब्रेन, XOP प्रोजेक्ट जैसे ऐप्स को रखा गया है।'बीएनबी चेन की ब्लॉग पोस्ट में भी कहा गया है कि, जिन dApps के रेड अलार्म लिस्ट में रखा गया है, वे धोखाधड़ी, फ्रॉड में संलिप्त हो सकते हैं। उनमें अगर आप इनवेस्ट करते हैं तो यह काफी रिस्की हो सकता है. ये ऐप जिस तरह से खुद का प्रचार कर रहे हैं, उसका परिणाम उल्टा हो सकता है।

 

 

क्यों खतरनाक हैं ये 191 ऐप्स

बीएनबी चेन की तरफ से जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक, ये ऐप्स पॉन्जी स्कीम की तरह काम करते हैं। कस्टमर्स से हाई रिटर्न का झूठा वादा करते हैं और उनसे पैसे ऐंठते हैं। जब नए कस्टमर जुड़ते हैं तो पुराने कस्टमर्स को अच्छा रिटर्न मिलता है. उन्हीं के पॉजिटिव रिव्यू पर ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स इससे जुड़ते हैं. जब नए ग्राहक जुड़ना बंद कर देते हैं तब पुराने कस्टमर्स को रिटर्न तो छोड़िए उसके ही पैसे पाने में परेशानी होती है।

पर्सनल डिटेल्स भी मांगते हैं

बीएनबी चेन ने बताया कि इनमें कुछ फिशिंग डीऐप्स भी हैं, जो लिंक भेजकर कस्टमर्स को ट्रिक करते हैं और पर्सनल डिटेल्स की मांग करते हैं। वहीं, कुछ हनीपॉट डीऐप्स हनी ट्रैपिंग की तरह काम करते हैं। ये नया कॉइन जनरेट कर उन्हें बेहद प्रॉमिसिंग बताते हैं। जब आप उसमें पैसे लगा देते हैं तो ऐप के कोडर्स कुछ इस तरह काम करते हैं कि कॉइन को सिर्फ वे ही विद ड्रॉ कर सकते हैं।

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