विश्व स्वास्थ्य संगठन की यह चेतावनी करीब चार साल बाद फिर आई है। कोरोना महामारी को 11 मार्च 2020 में महामारी घोषित किया गया था।
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना से हुई मौतों पर देशवार आंकड़ा जारी किया है। रिपोर्ट में भारत में सबसे अधिक मौतों का रिकार्ड है। इस आंकड़े पर भारत सरकार ने आपत्ति जताते हुए डब्ल्यूएचओ के डेटा पर सवाल खड़े किए हैं।
डब्ल्यूएचओ की टीम ने 14 से 22 मार्च 2022 तक भारत बायोटेक के प्लांट का निरीक्षण किया था। उसने कहा है कि कंपनी की गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस में कमी है। इसके बाद उसने इसकी अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति पर रोक लगा दी है।
ओमीक्रोन वैरिएंट (Omicron Variant) में थोडी राहत यह रही कि इसमें लोग गंभीर बीमार नहीं हो रहे हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड और आईसीयू की जरूरत नहीं पड़ रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि कोरोना वायरस कमजोर हो चुका है और ओमीक्रोन इसका आखिरी वैरिएंट है। लेकिन डब्ल्यूएचओ ने चेतावदी दी है कि ऐसा मानना भविष्य के लिए दिक्कत पैदा कर सकता है।
कोविड (Covid 19) के नए वैरिएंट Omicron को लेकर अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। हालांकि, दुनियाभर में इसकी चिंता है। इस बीच डब्ल्यूएचओ (WHO) ने कहा कि है अफ्रीकी देशों की उड़ानें नहीं बंद करनी चाहिए, क्योंकि इससे आजीविका पर बहुत असर पड़ता है।
एक इंडीपेंडेंट कमेटी की जांच रिपोर्ट में इस शर्मनाक घटना की पुष्टि होने के बाद डब्ल्यूएचओ चीफ Tedros Adhanom Ghebreyesus ने इसे दु:खद करार देते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता यह है कि यह सुनिश्चित हो कि गुनाह करने वालों को सख्त सजा मिले।
डब्ल्यूएचओ ने चीन की सिनोवैक बायोटेक को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अपनी अप्रूवल लिस्ट में शामिल किया है। विशेषज्ञों के अनुसार सिनोवैक को 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगाया जाएगा।
कोविड के ओमीक्रोन वेरिएंट से भी दुनिया निजात भी नहीं पा सकी थी कि यूके में एक नए वेरिएंट ने दस्तक दे दी है। नए वेरिएंट की संक्रामक क्षमता ओमीक्रोन से दस गुना अधिक है।