कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इससे दुनिया के 200 देश प्रभावित हैं। यूरोप में इटली, स्पेन, जर्मनी और फ्रांस के बाद इंग्लैंड में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इंग्लैंड के प्राइम मिनिस्टर और हेल्थ मिनिस्टर भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इंग्लैंड में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 25,150 मामले सामने आ चुके हैं और इससे 1,789 लोगों की मौत हो गई है। इंग्लैंड में कोरोना वायरस से बचाव के लिए सबसे लंबा लॉकडाउन घोषित किया गया है। वहीं, लंदन के वैज्ञानिकों ने इस वायरस को लेकर कुछ ऐसे शोध किए हैं, जिनमें कहा गया है कि यह मई के अंत तक खत्म हो सकता है। इससे लोगों में बड़ी उम्मीद जगी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि तापमान बढ़ने के बाद कोरोना वायरस खत्म होने लगेगा। मई तक मौसम बदलेगा और वातावरण में गर्मी बढ़ेगी। वैज्ञानिकों ने अपनी स्टडी के आधार पर कहा है कि सूरज की तेज रोशनी में कोरोना वायरस जीवित नहीं रह पाता। तेज गर्मी पड़ने पर यह अपने आप खत्म होने लगता है। वैसे, वैज्ञानिकों के इस दावे पर सभी को यकीन नहीं है, क्योंकि जिन एशियाई देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ा, वहां तापमान पहले से ही ज्यादा है। लेकिन यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन के के रिसर्चर्स का मानना है कि उन्होंने 5 साल पहले ही कोरोना से मिलते-जुलते वायरस की स्टडी की थी और यह पाया था कि ऐसे वायरस ज्यादा टेम्परेचर में जीवित नहीं रह सकते। उनका मानना है कि एक-दो महीने के भीतर कोरोना का खतरा टल जाएगा। अगर ऐसा होता है, तो यह वाकई बेहद राहत पहुंचाने वाली खबर है। इंग्लैंड में वैज्ञानिकों के साथ डॉक्टर, हेल्थ वर्कर और पॉलिटिशियन्स भी इस खतरे को दूर करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। देखें इंग्लैंड में कोरोना के फैलने से जुड़ी तस्वीरें।