सार

आज (21 अप्रैल, बुधवार) श्रीराम नवमी का पर्व है। इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा का विशेष महत्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार द्वापर युग में इसी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, तभी से ये पर्व मनाने की पंरपरा चली आ रही है।

उज्जैन. आज (21 अप्रैल, बुधवार) श्रीराम नवमी का पर्व है। इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा का विशेष महत्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार द्वापर युग में इसी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, तभी से ये पर्व मनाने की पंरपरा चली आ रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीराम के मंत्रों का जाप करने से परेशानियां को अंत हो सकता है। ये मंत्र और इनके जाप की विधि इस प्रकार है…

मंत्र
1. श्रीरामचन्द्राय नम:।
2. रामाय नम:।
3. श्रीं राम श्रीं राम।
4. ॐ राम ॐ राम ॐ राम।
5. श्रीराम शरणं मम्।

जाप विधि
- श्रीराम नवमी की सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान श्रीराम की मूर्ति या तस्वीर एक साफ स्थान पर स्थापित करें।
- इसके बाद पूरे विधि-विधान से भगवान श्रीराम की पूजा करें। दीपक लगाएं, फल-फूल चढ़ाएं।
- इसके बाद तुलसी की माला से ऊपर बताए गए किसी एक मंत्र का जाप करें।
- कम से कम 5 माला जाप अवश्य करें। जाप के बाद भगवान श्रीराम के समझ अपनी मनोकामना कहें।
- ये उपाय सच्चे मन से करें। जल्दी ही आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है।

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