सार
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को श्रीराम नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 2 अप्रैल, गुरुवार को है।
उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, त्रेता युग में इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने अयोध्या में श्रीराम के रूप में अवतार लिया था। जिन लोगों पर भगवान श्रीराम की कृपा होती है, उन्हें जीवन में हर सुख मिलता है। अगर आप भी भगवान श्रीराम को प्रसन्न करना चाहते हैं तो श्रीराम नवमी पर नीचे लिखे मंत्र का जाप विधि-विधान से करें-
राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।
सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।
मंत्र जाप की विधि
- श्रीराम नवमी की सुबह जल्दी उठकर नहाकर साफ वस्त्र पहनकर प्रभु श्रीराम का पूजन करें।
- भगवान राम की मूर्ति के सामने आसन लगाकर तुलसी की माला लेकर इस स्त्रोत का जप करें। कम से कम 11 माला जाप अवश्य करें।
- आसन कुश का हो तो अच्छा रहता है। श्रीराम नवमी के बाद भी यदि रोज इस मंत्र का जाप किया जाए तो जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।