सार

आगरा में ब्लॉगर रितिका सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट में रितिका के शरीर की कई हड्डियों का टूटा होना सामने आया है। इसी के साथ शरीर पर जले और कटे होने के निशान भी मिले हैं। 

आगरा: ताजगरी में मशहूर ब्लॉगर रितिका सिंह की हत्या के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मल्टीपल फैक्चर की पुष्टि की गई है। इसी के साथ शरीर पर कई जगहों पर कटे और जले होने के निशान भी पाए गए हैं। यही नहीं रितिका के फेफड़ों में ब्लड भी जमा हुआ पाया गया। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस में रितिका के माता-पिता मौजूद रहे। पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल के द्वारा किया गया। 

फेसबुक फ्रैंड की एंट्री के बाद शुरू हुआ विवाद 
गौरतलब है कि रितिका सिंह ने तकरीबन 8 साल पहले आकाश गौतम से प्रेम विवाह किया था। हालांकि इसके 4 साल बाद ही उसकी जिंदगी में फेसबुक फ्रेंड विपुल की एंट्री हो गई। इसके बाद से ही दोनों के वैवाहिक जीवन में दरार आनी शुरू हो गई। रितिका आगरा में ओम श्री प्लेटिनम अपार्टमेंट में फ्लैट नंबर 404 में अपने फेसबुक फ्रैंड के साथ लिव-इन में रहने लगी। यहीं पर घटना वाले दिन मारपीट के बाद आरोपियों ने रितिका के हाथ-पैर बांधकर उसे नीचे फेंक दिया था। रितिका की मौत के बाद आकाश ने वहां पर सबूत मिटने के भी प्रयास किए।

आगरा में ही किया गया अंतिम संस्कार
रितिका की मौत की खबर मिलने के साथ ही उसके माता-पिता पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। वहां रितिका के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टर के पैनल द्वारा किया गया। इसके बाद रितिका का अंतिम संस्कार भी आगरा में ही हुआ। ब्लॉगर रितिका हत्याकांड में अभी तक मुख्य आरोपी आकाश गौतम समेत तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि दो आरोपी फरार हैं। दोनों की पहचान को लेकर मुख्य आरोपी आकाश से कड़ी पूछताछ की जा रही है। 

पूरी तैयारी के साथ आया था आकाश 
आकाश को पकड़ने के बाद पुलिस की पूछताछ में कई बातें सामने आई हैं। आकाश गौतम अपनी पूरी तैयारी के साथ वहां पर आया था। वह सुबह तकरीबन 10.36 बजे अपार्टमेंट के गेट से अन्य लोगों के साथ अंदर पहुंचा। इस बीच किसी को शक न हो इसके लिए दो अन्य महिलाओं की एंट्री भी उसने करवाई। गार्ड मुन्ना ने जब उन्हें टोका तो आकाश वहां पर आ गया और उसने महिलाओं की एंट्री अपने ही साथ करवाई। उनके द्वारा सुनीता नाम लिखते हुए फ्लैट नंबर 601 में जाने की बात लिखी गई। हालांकि वह 404 में गए। यह सब इसलिए किया गया जिससे गार्ड को उनकी सही जानकारी न मिल सके। 

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