सार
यूपी के आगरा जिले में खूंखार कुत्तों का शिकार हुई मूकबाधिर मासूम गुंजन की इलाज के दौरान मौत हो गई। उसको बचाने के लिए जिला अस्पताल में इलाज कराया जा रहा था। करीब 24 घंटे तक वह जिंदगी के लिए मौत से लड़ती रही। पर अचानक उसकी सांसें थम गई और जिंदगी की जंग हार गई।
आगरा: उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में बीती 25 जुलाई को खूंखार कुत्तों ने 10 वर्षीय मूकबाधिर बच्ची को नोच डाला था। उस बच्ची का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा था लेकिन 24 घंटे तक मासूम अपनी जिंदगी और मौत से लड़ती रही। लड़ते-लड़ते अचानक उसकी सांसें थम गई और जिंदगी की जंग हार गई। मासूम की मौत कल यानी मंगलवार की शाम को सूरज ढलने के थोड़ी देर बात जिला अस्पताल में हो गई। मूकबधिर बच्ची गुंजन की मां नहीं है और पिता मानसिक रूप से अस्वस्थ्य है। उसकी देखभाल दादी और परिवार के अन्य लोग करते है।
बच्ची की हालत देख डॉक्टर भी हुए थे हैरान
दरअसल शहर में 10 वर्षीय मूकबधिर मासूम गुंजन को आदमखोर कुत्तों ने काटकर मरणासन्न कर दिया था। जिसके बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। गुंजन जब अस्पताल आई थी तो चिकित्सक मासूम की हालत देख उसे तुरंत ऑपरेशन थिएटर ले गए। कुत्तों ने मासूम को इस कदर नोचा था कि उसके शरीर में 36 चोट के निशान मिले थे और 12 कुत्तों ने एक साथ उसपर हमला किया था। बच्ची पूरी तरह से खून से लथपथ थी। उसकी हालत देख परिवारीजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल था।
मासूम के इलाज के लिए 8 डॉक्टरों की लगी थी टीम
गुंजन की मौत की जानकारी जैसे ही परिजनों के कानों तक पहुंची कोहराम मच गया। इतना ही नहीं उसकी मौत पर अस्पताल के चिकित्सक भी दुखी हैं। गुंजन की मौत की पुष्टि डिप्टी सीएमएस डॉ. सी पी वर्मा ने की। उन्होंने बताया कि अचानक बच्ची की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। उसको बचाने का हर संभव प्रयास किया गया, पर बचा नहीं पाए। उसका इलाज 8 डॉक्टरों की टीम कर रही थी। परिजनों ने मौत के बाद कुछ देर तक हंगामा भी किया, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत करा दिया
घर के बाहर की खूंखार कुत्तों ने किया था हमला
बता दें कि सिकंदरा थाना क्षेत्र के देहतोरा इलाके के गगोई गांव की रहने वाली बच्ची गुंजन को घर के बाहर सुबह 5:30 बजे खूंखार कुत्तों ने घेरकर हमला कर दिया था। एक दर्जन कुत्तों ने गुंजन को हमला कर शरीर को नोंच खाया था। खून से लथपथ गुंजन को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके शरीर में 36 चोट के निशान थे और 20 से भी ज्यादा टांके लगाए गए थे। परिजनों ने डॉक्टर को बताया कि खूंखार कुत्तों ने इस मासूम पर हमला कर दिया था। वह बोल नहीं सकती, मूकबधिर है, इसीलिए वह किसी को मदद के लिए आवाज भी नहीं दे पाई। लोगों ने पुलिस को सूचना दी और बमुश्किल खूंखार कुत्तों से इस बच्ची को बचाया और फिर उसे जिला अस्पताल ले आए। लेकिन मंगलवार रात बच्ची की मौत हो गई।