सार
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) लड़ेंगे। फिलहाल, ये साफ हो गया है। खुद सीएम ने इस सवाल पर तस्वीर साफ की है। शुक्रवार को गोरखपुर (Gorakhpur) में योगी ने ऐलान कर दिया कि पार्टी जहां से कहेगी, वे वहां से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, अब संभावना बढ़ गई है कि योगी अयोध्या से चुनाव लड़ सकते हैं। क्योंकि यहां के मौजूदा विधायक भी कह चुके हैं कि सीएम योगी अयोध्या (Ayodhya) से चुनाव लड़ना चाहते हैं तो वह अपनी सीट छोड़ देंगे। फिलहाल, ये भाजपा (BJP) को तय करना है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को गोरखपुर (Gorakhpur) में कहा कि वे आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022 लड़ेंगे। मीडिया से बातचीत के दौरान योगी से पूछा गया था कि वे कहां से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे? इस पर योगी ने कहा कि पार्टी जहां से कहेगी, वे वहां से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए पार्टी का संसदीय बोर्ड है। किसे कहां से चुनाव लड़ना है, इसका निर्णय उसी बोर्ड में ही होता है। उन्होंने कहा कि मैं तो हमेशा चुनाव लड़ा हूं। योगी इस समय विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) हैं। उनका MLC का कार्यकाल सितंबर 2022 में समाप्त हो रहा है।
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी को लेकर पहली बार खुलकर बातचीत की है। वे शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Math) पहुंचे थे। हालांकि, योगी कहां से चुनाव लड़ेंगे, इस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा, लेकिन लंबे समय से माना जा रहा है कि वह साल 2022 में होने वाले चुनाव में अयोध्या (Ayodhya) से उतर सकते हैं। पिछले कुछ दिनों से योगी के प्राथमिकता वाले जिलों में अयोध्या सबसे आगे रहा है। वे यहां अब तक 24 से ज्यादा बार दौरा कर चुके हैं। यहां दिवाली (Diwali) पर भी ऐतिहासिक दीपोत्सव मनाया गया। कुछ महीने पहले ही अयोध्या के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता (MLA Ved Prakash Gupta) ने कहा था कि वह योगी के लिए अपनी सीट छोड़ सकते हैं। फिलहाल, अब सवाल ये है कि क्या योगी आदित्यनाथ अपनी परंपरागत सीट गोरखपुर छोड़कर अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे?
योगी ने कहा- साढ़े साल में जो कहा, वो पूरा किया
योगी ने साढ़े चार साल के कार्यकाल में प्रदेश में आए सकारात्मक बदलाव पर चर्चा की। उन्होंने दावा किया कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जो कुछ कहा था, सरकार बनने के बाद उसे करके भी दिखा दिया है। साल 2017 में जब हम सरकार में आए तो सबसे बदतर स्थिति कानून व्यवस्था की थी, आज यूपी की कानून व्यवस्था पूरे देश में नजीर है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन वैश्विक मंच पर छा गया। पहले प्रयागराज में कुंभ के सामने पहचान का संकट था। अयोध्या के दीपोत्सव, प्रयागराज के भव्य-दिव्य कुंभ जैसे आयोजन, बेहतर कानून व्यवस्था, निवेश और रोजगार के भरपूर अवसरों और जन कल्याणकारी योजनाओं और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक उनके क्रियान्वयन से हमने उत्तर प्रदेश को पहचान के संकट से मुक्ति दिलाई है।
अयोध्या के विधायक ने ये कहा था...
अयोध्या के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने जुलाई में कहा था- ‘मुख्यमंत्री अगर अयोध्या से चुनाव लड़ेंगे तो यह हमारे और अयोध्यावासियों के लिए सौभाग्य की बात होगी। हम यह सीट मुख्यमंत्री के नाम पर छोड़ देंगे। भले मैं यहां से वर्तमान में भाजपा से विधायक हूं लेकिन अगर मुख्यमंत्री इस सीट से चुनाव लड़ना चाहेंगे तो हम सभी उनके लिए प्रचार करेंगे और प्रदेश में एक बार फिर से पूर्ण बहुमत की बीजेपी की सरकार बनेगी। संतों-महंतों के लिए यह सौभाग्य की बात है।’
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