सार

सीएमओ अशोक कुमार शुक्ला ने कहा कि मरीज के संपर्क में आए जो भी लोग हैं, उन सब के टेस्ट सैंपल आज लिए जाएंगे और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। तब तक उन सभी को होम क्वारंटाइन करने की सलाह दी गई है।

कानपुर (Uttar Pradesh) । लॉकडाउन में लोग जान जोखिम में डालकर घर आ रहे हैं। उन्हें यह मालूम भी है कि उनकी यह लापरवाही उनके ही अपनों के लिए खतरा बन सकती है। लेकिन, वे अपने स्वार्थ के लिए इसे नजरअंदाज कर दे रहे हैं। कुछ ऐसा ही एक मामला सामने आया है आज कानपुर से। जहां मुंबई से एक युवक बाइक से यूपी के लिए निकल पड़ा था। जिसका उसके गृह जनपद से कुछ किलोमीटर दूर महोबा में एक्‍सीडेंट हो गया। इस दौरान उसका पैर टूट गया तो उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां एहतियातन कोरोना टेस्ट कराया गया तो हड़कंप मच गया, क्योंकि वो कोरोना से संक्रमित निकला। हालांकि उसे हैलट अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। वहीं, कोरोना संक्रमित होने की जानकारी होने पर डर से पूरा स्टॉफ अस्पताल से बाहर भाग गया था।

यह है पूरा मामला
बांदा के नरैनी गांव का 32 वर्षीय युवक मुंबई में काम करता था। वह बाइक लेकर मुंबई से बांदा आ रहा था कि रास्ते में उसका एक्सीडेंट हो गया। इसके बाद उससे कानपुर के एक निजी नर्सिंग में भर्ती कराया गया। पैर में फ्रैक्चर होने की शिकायत पर दहेली सुजानपुर के नर्सिंग होम में भर्ती मरीज के प्लास्टर चढ़ना था। इस दौरान कुछ ब्लड सैंपल लिए गए थे, जिसमें एहतियात के तौर पर डॉक्टर द्वारा कोरोना का सैंपल भी लिया गया था। जैसे ही प्लास्टर चढ़ाने का नंबर आया उसी दौरान टेस्ट रिपोर्ट आई तो डॉक्टर के होश उड़ गए। क्योंकि वह कोरोना वायरस संक्रमित निकला। फिर क्या था पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया।

अस्पताल छोड़कर बाहर आ गए सभी
डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ एक-एक करके अस्पताल से बाहर आ गए। तत्काल इसकी सूचना सीएमओ कार्यालय को दी और उसे हैलट अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। जहां उसका उपचार शुरू हो गया। 

आज होगी अस्पताल के पूरे स्टॉफ की जांच
सीएमओ अशोक कुमार शुक्ला ने कहा कि इस मरीज के संपर्क में आए जो भी लोग हैं, उन सब के टेस्ट सैंपल आज लिए जाएंगे और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। तब तक उन सभी को होम क्वारंटाइन करने की सलाह दी गई है।