सार
जनसभा को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा के लोग बाबू जी कल्याण सिंह को श्रद्धाजलि देने नहीं गए कि वोटर नाराज हो जाएगा। इसके साथ ही जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने समाजवादी इत्र के व्यापारी पीयूष जैन के घर चल रही छापेमारी का मुद्दा उठाते हर कहा कि समाजवादी इत्र बनाने वाले एक कारखाना में करोड़ों मिले हैं। मोदी कहते हैं न खाऊंगा न खाने दूंगा। वही आज हो रहा है।
बदायू: सोमवार को बीजेपी की जनविश्वास यात्रा (Jan vishwas yatra) के चलते यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (keshav prashad maurya) बदायू पहुंचे। यहां पर उन्होंने 2022 के लिए जनता से आशीर्वाद मांगा। जनता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनविश्वास यात्रा में भीड़ देखकर सपा नेताओं (SP leaders) का वीपी हाई हो गया होगा। 2022 का संकल्प लेने की जनसभा है, पूरे देश और प्रदेश में आप का सिर नहीं झुकने दूंगा। आप भी मेरा सिर नहीं झुकने देना। गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार करने वालों का आपने 2017 में सबक सिखा दिया। केशव मौर्य ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा के लोग बाबू जी कल्याण सिंह (Kalyan singh) को श्रद्धाजलि देने नहीं गए कि वोटर नाराज हो जाएगा।
जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने समाजवादी इत्र के व्यापारी पीयूष जैन के घर चल रही छापेमारी का मुद्दा उठाते हर कहा कि समाजवादी इत्र बनाने वाले एक कारखाना में करोड़ों मिले हैं। मोदी कहते हैं न खाऊंगा न खाने दूंगा। वही आज हो रहा है। उन्होंने कहा कि बदायूं को बपौती समझने वालों की राजधानी नहीं अब केशव प्रसाद की राजधानी है मोदी की, भाजपा की राजधानी है। आज हमने गुंडों से छीनकर गरीबों के लिए मकान बनाने के शुरुआत प्रयागराज से कर दिया है। कुछ चुनावी हिंदू बनकर आते हैं। बाबूजी कल्याण सिंह ने भगवान राम के लिए अपनी कुर्सी दांव पर लगा दिया। उन्होंने कहा कि इस बार 300 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार करने वाले प्रदेश छोड़ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सपा के लोग बाबू जी कल्याण सिंह को श्रद्धाजलि देने नहीं गए कि वोटर नाराज हो जाएगा। भाजपा का नारा सबका साथ सबका विकास मुफ्त राशन। 2022 में 60 हमारा 40 में बंटवारा और बंटवारे में भी हमारा। जल जीवन मिशन में हर घर मे जल पहुंचाने का कार्य किया है, हर गांव में बिजली पहुंचाई। उन्होने कहा कि कमल का फूल, बाकी सबको जाइये भूल। खुद को मोदी, योगी और केशव समझिए। अब गुंडों को मत आने दीजिए। कांवड़ियों पर लाठियां चलवाई।