सार
फोन न उठाने पर पहुंचे भाई को घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को फंदे से उतारकर छानबीन शुरू की। फांसी के फंदे पर लटक रहे आठ साल के मासूम अनय का मुंह ढका हुआ हुआ था। इससे साफ है कि हेमंत अपने मासूम बेटे की तड़प नहीं देखना चाहता था और उसने फांसी देने से पहले उसका चेहरा कपड़े से ढक दिया होगा।
बेटे के साथ फ्लैट में रहते थे एलआइसी एजेंट
हरबंशमोहाल थाना क्षेत्र के गड़रिया मोहाल की मिलन वाली बिल्डिंग की दूसरी मंजिल स्थित फ्लैट में हेमंत कनोडिया (40) एलआइसी एजेंट थे। उनके साथ उनका आठ साल के बेटा अनय रहता था। फीलखाना पटकापुर में रहने वाले बड़े भाई विनय कनोडिया ने बताया कि बुधवार शाम से भाई को कॉल कर रहे थे लेकिन, उनका फोन नहीं उठ रहा था। आज वह खुद स्वजन संग हेमंत के फ्लैट पर पहुंचे। उन्हें आवाज दी और काफी देर तक दरवाजा खटखटाया। लेकिन, अंदर से कोई जवाब नहीं मिला तो धक्का देने पर कुंडी खुल गई। अंदर का नजारा देखकर घर वाले चीख पड़े। एक फंदे पर अनय का शव और दूसरे पर हेमंत का शव लटक रहा था।
शिवरात्रि वाले दिन हुई थी पत्नी की मौत
घर वालों ने बताया कि एलआइसी एजेंट हेमंत की पत्नी रीता की बीमारी के चलते महाशिवरात्रि वाले दिन मौत हो गई थी। इसके बाद से वह तनाव में रहने लगे थे और खुद ही अनय की परवरिश कर रहे थे। अनय माल रोड स्थित स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ता था। विनय ने बताया कि रीता की मौत के बाद से हेमंत, अपने बेटे अनय के साथ जनरलगंज निवासी बड़े भाई प्रभात कनोडिया के घर जाकर खाना खाते थे। फ्लैट में नौकरानी आकर झाड़ू पोछा कर जाती थी। घटना से पूरा परिवार स्तब्ध रह गया है।
इसलिए ढक दिया था बेटे का चेहरा
घर वालों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। दोनों शवों को फंदे से उतारकर छानबीन शुरू की। फांसी के फंदे पर लटक रहे आठ साल के मासूम अनय का मुंह ढका हुआ हुआ था। इससे साफ है कि हेमंत अपने मासूम बेटे की तड़प नहीं देखना चाहता था और उसने फांसी देने से पहले उसका चेहरा कपड़े से ढक दिया होगा। पुलिस ने पूरे फ्लैट की तलाशी ली लेकन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
फोरेंसिक टीम समेत पुलिस ने मौके पर पड़ताल की।