सार

अनिल भाटी का ये मोबाइल थाने से गायब हो गया था, जिसकी एफआईआर भी दर्ज है। लेकिन, चैटिंग की डिटेल अब भी पुलिस के कागजातों में मौजूद है। मीडिया की खबरों के मुताबिक डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने अब इस मामले की एसआईटी जांच के लिए आदेश दे दिया है। 

लखनऊ (Uttar Pradesh) । 50 हजार के इनामी कुख्यात गैंगस्टर अनिल भाटी की मोबाइल में आईपीएस का नंबर गुरू जी के नाम से सेव होने के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। शासन के निर्देश पर डीजीपी मुख्यालय ने संबंधित आईपीएस और गैंगस्टर अनिल भाटी के संबंधों की जांच का आदेश दिया है। बता दें कि आईपीएस और गैंगस्टर के बीच व्हाट्सएप चैटिंग भी हुई है, जिसकी जांच एसआईटी करेगी। 

ऐसे खुला राज
नोएडा के इकोटेक थाने में क्राइम नंबर 209 के तहत साल 2019 में एक कारोबारी ने रंगदारी मांगे जाने की एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने सुमित भाटी नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वो सुंदर भाटी के भतीजे अनिल भाटी के इशारे पर काम कर रहा था। बाद में पुलिस ने 50 हजार के इनामी अनिल भाटी को भी गिरफ्तार किया, जिसके मोबाइल की जांच की गई तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। जिसमें आईपीएस से चैटिंग की भी बातें सामने आई।

जेल से भी की थी आईपीएस से चैटिंग
जांच में यह बात सामने आई कि अनिल भाटी के मोबाइल में नोएडा और पश्चिमी यूपी के जिले में तैनात रहे एक आईपीएस अफसर का प्राइवेट नंबर गुरुजी के नाम से सेव था। दोनों नंबरों के बीच चैटिंग भी हुई थी। खबर है कि एक बार आईपीएस और अनिल भाटी के नंबर पर तब चैटिंग हुई जब अनिल भाटी जेल में बंद था। इस बात का पुलिस की रिपोर्ट में खुलासा भी हुआ है।

थाने से गायब हुआ था मोबाइल
अनिल भाटी का ये मोबाइल थाने से गायब हो गया था, जिसकी एफआईआर भी दर्ज है। लेकिन, चैटिंग की डिटेल अब भी पुलिस के कागजातों में मौजूद है। मीडिया की खबरों के मुताबिक डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने अब इस मामले की एसआईटी जांच के लिए आदेश दे दिया है।