सार
महामंडलेश्वर यति नरसिंहनंद गिरि ने पुलिस प्रशासन, नेताओं और न्यायपालिका के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए है। यह इसलिए क्योंकि 17 से 18 दिसंबर को होने वाली धर्म संसद को स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि शनिवार को सुप्रीम कोर्ट को एक दिन के लिए उपवास पर बैठूंगा।
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के जिले गाजियाबाद में शिवशक्ति धाम डासना मंदिर में 17 से 18 दिसंबर को होने वाली धर्म संसद स्थगित हो गई है। पुलिस-प्रशासन ने पुरानी धर्म संसदों में हुई हेट स्पीच और धारा-144 को देखते हुए आयोजन की अनुमति नहीं दी गई है। इसे लेकर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने पुलिस प्रशासन समेत सरकार के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए है। उनका कहना है कि जनप्रतिनिधियों ने मेरा साथ नहीं दिया है, इस वजह से सुप्रीम कोर्ट परिसर में उपवास पर बैठूंगा।
प्रशासन समेत सभी ने घुटने पर टेकने के लिए किया मजबूर
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि का कहना है कि इस्लामिक जिहादियों के साथ पुलिस-प्रशासन, नेताओं और न्यायपालिका के गठजोड़ ने मुझे घुटने टेकने के लिए विवश कर दिया। पुलिस के अधिकारियों ने मुझे स्पष्ट बता दिया कि किसी कीमत पर धर्म संसद नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि मैंने यूपी के कई मजबूत जनप्रतिनिधियों से सहायता भी मांगी लेकिन सबने निराश करके वापस लौटा दिया।
सुप्रीम कोर्ट परिसर में पहुंचकर एक दिन के बैठूंगा उपवास में
नरसिंहानंद ने आगे कहा कि सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने तो मुझे मिलने का वक्त ही नहीं दिया। इस तरह से मैं अकेला पड़ गया। अपने शिष्यों की जान बचाने के लिए मुझे पुलिस-प्रशासन के सामने सर्मपण करते हुए धर्म संसद को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ रहा है। वह आगे कहते है कि मैं इस अत्याचार के विरोध में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट परिसर में पहुंचकर एक दिन के उपवास पर बैठूंगा। ताकि संपूर्ण विश्व जान सके कि अब भारत में इस्लाम के जिहाद पर चर्चा नहीं हो सकती। आपको बता दें कि डासना देवी मंदिर में 17018 दिसंबर को धर्म संसद ने ऐलान किया था। इसका विषय इस्लाम का जिहाद था। इस पर अधिकारियों का कहना है कि ये विवादित विषय है। शांति व्यवस्था भंग हो सकती है इसलिए कार्यक्रम की परमिशन नहीं दी गई है।
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