सार

गोरखपुर के गुलरिहां थाने में एक महिला दारोगा से भिड़ गई। पति के साथ दुर्व्यवहार होता देख महिला ने यह कदम उठाया। मामले में थाना प्रभारी के हस्तक्षेप के बाद मामले का निपटारा हो सका। 

गोरखपुर: गुलरिहां थाने में एक दिव्यांग महिला पति से दुर्व्यवहार करते हुए दारोगा से भिड़ गई। इस बीच हंगामा होता देख थाना प्रभारी बीच-बचाव के लिए आ गए। उन्होंने किसी तरह से सभी को शांत करवाया। इसके बाद महिला पति को लेकर वापस घर चली गई। यह पूरा मामला चर्चाओं का केंद्र बना हुआ है। लोग इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। 

पूछताछ के लिए बुलाए गए युवक से दारोगा ने की अभद्रता 
प्राप्त जानकारी के अनुसार हल्का नंबर एक में चोरी के केस में संदेह के आधार पर क्षेत्रीय दारोगा और एक मिस्त्री को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। मिस्त्री अपनी दिव्यांग पत्नी के साथ थाने पहुंचा हुआ था। जहां दारोगा ने मिस्त्री के साथ अभद्रता की और उसे लॉकअप में ले जाने लगा। यह सब होता देख महिला दारोगा से भिड़ गई। इस बीच दिव्यांग महिला को काबू में करने के लिए एक महिला सिपाही भी आगे बढ़ी। हालांकि महिला का उग्र रूप देख सभी पीछे हो गए। मामले में थाना थाना प्रभारी मनोज कुमार पांडेय ने हस्तक्षेप करते हुए दारोगा को वहां से हटाया। इसके बाद ही महिला की शांत हुई और थाना प्रभारी ने उसकी पूरी बात सुनी। 

पति को वापस लेकर गई महिला, पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
महिला के द्वारा बताया गया कि बिना किसी सबूत के पति पर चोरी का आरोप लगाकर दुर्व्यवहार किया जा रहा। आखिर कौन सा ऐसा कानून है जिसके तहत यह सब किया जा रहा है। मामले में थाना प्रभारी ने महिला की सभी बातों को सुना और उसके बाद महिला पति को लेकर थाने से चली गई। वहीं इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। महिला और उसके अन्य परिवारवाले यह पूछ रहे हैं कि आखिर क्यों पुलिस ने बिना किसी सबूत के मिस्त्री को थाने बुलाकर उसके साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया। 

ज्ञानवापी केस: कथित शिवलिंग को संरक्षित करने की समय सीमा बढ़ाए जाने पर आज होगी सुनवाई, आ सकता है बड़ा फैसला