सार

ज्ञानवापी मस्जिद मामले में 5 महिलाओं ने वाराणसी कोर्ट में श्रृंगार गौरी मंदिर में नियमित पूजा के लिए एक याचिका लगाई थी। जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सर्वे का आदेश दिया था। 3 दिन तक चले सर्वे के बाद कमिश्नर ने कोर्ट से रिपोर्ट के लिए दो दिन का समय मांगा था, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया है।

Gyanvapi Survey: वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के बाद  सिविल जज सीनियर डिवीजन कोर्ट में एप्लिकेशन पर सुनवाई पूरी हो चुकी है। कोर्ट ने दो दिन का अतिरिक्त समय मांगने वाली याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है, जो 4 बजे आएगा। दूसरी ओर, अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है, जिस पर मंगलवार को सुनवाई होनी है। मुस्लिम पक्ष ने सर्वे पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि कोर्ट द्वारा सर्वे कराने का आदेश उचित नहीं है। बता दें कि इस ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सोशल मीडिया रिएक्शन भी आ रहे हैं।  

कमाल खान ने मुसलमानों को बताया मूर्ख : 
कमाल आर खान ने ट्वीट किया- कितने बड़े मूर्ख हैं बनारस के मुसलमान, जो ज्ञानवापी मस्जिद का केस लड़ रहे हैं। वो जानते हैं कि सरकार उनकी है, पुलिस उनकी है, कोर्ट उनका है तो क्यों नहीं समझ पा रहे हैं। इसलिए वे जो करना चाहेंगे करेंगे और उन्होंने इस मस्जिद को लेने का फैसला किया है। तो खत्म करो। ये उन्हें दे दो। हालांकि, कमाल खान के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर लोग जमकर रिएक्ट कर रहे हैं।

केआरके को यूजर ने दिया करारा जवाब : 
एक यूजर ने केआरके के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा- अरे भाई, 1400 साल में जो लूटा है, वो चोरी पकड़े जाने पर लौटाना तो पड़ेगा। यही दुनिया का कानून भी है और दस्तूर भी। एक और यूजर ने कहा- अगर ऐसा होता तो ताजमहल और कुतुबमीनार भी हिन्दुओं के कब्जे में आ चुका होता।

पुलिस का रौब होता तो कबका ले लेते : 
एक और यूजर ने कहा- KRK अगर ये सरकार पुलिस और कोर्ट का रौब होता न तो इतना ड्रामा नहीं होता। जितने भी मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई हैं, सब आर्मी लगा कर ले लेते। इतना वक्त नहीं लगाते लेकिन ये बात तुम मुसलमान नहीं समझोगे।

नए-नए मुद्दे देश के लिए ठीक नहीं : खड़गे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ज्ञानवापी मामले में कहा कि इस पर अभी कुछ भी कहना ठीक नहीं है। ये जो नए-नए मुद्दे निकल रहे हैं, यह देश के लिए अच्छा नहीं है। यह हमारे देश के लोकतांत्रिक व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए हैं।

ज्ञानवापी मस्जिद में हो रहा था महादेव का अपमान : 
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा-सोमवार और पूर्णिमा के दिन बाबा महादेव मिले हैं। जहां शिवलिंग है, वहां वजू किया जा रहा था। यह अपमान इन लोगों ने किया है। ज्ञानवामी मंदिर की जांच और वीडियोग्राफी से उन्हें डर लग रहा था, क्योंकि अंदर महादेव का घर था। 

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क्या है पूरा मामला : 
बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद मामले में 5 महिलाओं ने वाराणसी कोर्ट में श्रृंगार गौरी मंदिर में नियमित पूजा के लिए एक याचिका लगाई थी। जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सर्वे का आदेश दिया था। 3 दिन तक चले सर्वे में सोमवार को मस्जिद में वजू करने वाली जगह पर 12 फीट का शिवलिंग मिलने का दावा हिंदू पक्ष द्वारा किया जा रहा है। सर्वे के बाद कमिश्नर ने कोर्ट से विस्तृत रिपोर्ट के लिए दो दिन का और समय मांगा था, जिसे कोर्ट ने मंजूर करते हुए 19 मई तक का समय दे दिया है।

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