सार
यूपी के जिले झांसी की बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में सीनियर्स और जूनियर्स रैगिंग को लेकर व्हाट्सएप चैट से नया खुलासा हुआ है। जिसमें सामने आया है कि पूरी साजिश हॉस्टल के अंदर ही बनाई गई थी और सात दिन पहले ही तय हो गया था कि हमला कैसे किया जाएगा।
झांसी: उत्तर प्रदेश के जिले झांसी की बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में रैंगिंग कांड को लेकर नया खुलासा हुआ है। एक व्हाट्एसएप चैट में इसका खुलासा हुआ है कि जूनियर्स पर हमला प्री प्लान था। सात दिन पहले ही तय हो गया था कि हमला कैसे किया जाएगा। हैरान करने वाली बात तो यह है कि पूरी साजिश हॉस्टल के अंदर ही बनाई गई थी। इसके लिए पहले जूनियर्स की फोटो और वीडियो बनाकर सीनियर्स को भेजी गई फिर उन्हीं को टारगेट कर हमला किया गया। बता दें कि यूनिवर्सिटी कैंपस में कार्यक्रम देखने आए 12 जूनियर छात्रों की 40- 45 सीनियर्स ने घेराबंदी कर लाठी-डंडों से जमकर पिटाई कर दी।
कई दिनों से छात्र के दो गुटों के बीच सुलग रही थी आग
हॉस्टल में रहने वाले एक छात्र ने इस हमले के बारे में पूरी जानकारी एक लड़की को तीन दिन पहले ही दे दी थी। जो विश्वविद्यालय में पढ़ने के साथ ही छात्र की दोस्त भी है। इन्हीं दोनों की चैटिंग अब सामने आई है। पीड़ित जूनियर्स ने चैटिंग की कॉपी भी कुलपति को सबूत के तौर पर दी है। दूसरी ओर ऐसा कहा जा रहा है कि जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी की वजह से तनावपूर्ण स्थिति बनी है। दरअसल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पांच छात्रों को दो महीने के लिए निष्कासित किया था लेकिन इस मामले में यूनिवर्सिटी के अफसरों की लापरवाही पर चुप्पी साध ली। छात्र के दो गुटों के बीच कई दिनों से चिंगरी सुलग रही थी और छात्रों ने इसके बारे में अफसरों को बताया भी लेकिन मामले को हल्के में ले गए और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। नतीजा यह निकला की बवाल हो गया।
छात्रों के बीच हुए बवाल की वजह है यह तीन गलतियां
1. लॉर्ड बुद्धा हॉस्टल के सीनियर्स बीटेक के फस्ट ईयर के छात्रों को इंट्रों के लिए बुला रहे थे। जिसके बारे में छात्रों ने एचओडी को जानकारी भी दी लेकिन उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि फोन बंद कर दो।
2. रैंगिंग करना एक अपराध है इसलिए विश्वविद्यालय में भी अलग से कमेटी बनी हुई है। इंट्रों के लिए छात्रों को हॉस्टल बुलाया जा रहा था लेकिन इस बात का किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को पता नहीं लगा।
3. छात्रों का गुट पिछले तीन महीने में करीब तीन बार भिड़ चुके हैं। मगर पहले तीन बार हुए टकराव के बाद भी प्रबंधन ने गंभीरता ने नहीं लिया और इसी कारणवश चौथी बार उग्र प्रदर्शन हुआ। जिसमें कई छात्र चोटिल भी हुए हैं।
पांच घंटे तक सीनियर्स और जूनियर्स के बीच हुआ था बवाल
दो दिन पहले बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में रैगिंग को लेकर सीनियर्स और जूनियर्स आपस में भिड़ गए। इसकी वजह से देर रात पांच घंटे तक कैंपस में उपद्रव हुआ। सीनियर्स ने जूनियर्स स्टूडेंट्स को कैंपस में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। उनके द्वारा किए गए हमले में 10 से ज्यादा छात्रों को चोट आई हैं। इस दौरान चार के सिर फट गए हैं। उसके बाद गुरुवार को विश्वविद्यालय ने पांच छात्रों को दो महीने के लिए विश्वविद्यालय और हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया। इसके अलावा पहले ही तीन छात्रों के विश्वविद्यालय में प्रवेश पर अगले आदेशों तक रोक लगा दी।
रात आठ बजे यूनिवर्सिटी का मेट गेट होगा बंद
बता दें कि विश्वविद्यालय में बवाल के बाद प्रबंधन ने सख्ती की है। अब रात आठ बजे बाद हॉस्टल का कोई भी छात्र विश्वविद्यालय के बाहर नहीं जा सकेगा। किसी भी छात्र को अगर कहीं जाना है तो वार्डन से अनुमति लेनी होगी। रात आठ बजे विश्वविद्यालय का मेन गेट बंद कर दिया जाएगा। इसके अलावा रात को किसी बाहरी व्यक्ति की भी एंट्री बैन रहेगी। कुलसचिव, कुलपति और चीफ प्रॉक्टर की अनुमति के बाद ही बाहरी व्यक्ति को एंट्री मिलेगी। इसके अलावा कैंपस में सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात रखा गया है। साथ ही छात्रों को भी समझाया जा रहा है ताकि दोबारा टकराव की स्थिति न पैदा हो।
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