सार
यूपी के कानपुर में हॉस्टल में छात्राओं का अश्लील वीडियो बनाए जाने के मामले में जांच जारी है। हालांकि मकान के बाहर लगी एसपी के नाम की प्लेट को लेकर यह पता नहीं लग सका कि इसे किसने और क्यों लगाया था।
कानपुर: एक हॉस्टल में लड़कियों के नहाने का वीडियो बनाने का मामला सामने आया था। इस मामले में खुलासा हुआ कि काकादेव इलाके के जिस मकान में साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल संचालित हो रहा था उसका मकान मालिक कोई और था। हालांकि मकान के बाहर एक एसपी की नेम प्लेट लगी हुई थी। जिस एसपी के नाम की नेम प्लेट लगी हुई थी वह बुलंदशहर में तैनात हैं। इस मामले की जांच में रावतपुर पुलिस लगी हुई है।
नेम बोर्ड मामले में नहीं मिल सकी पुख्ता जानकारी
हॉस्टल के बाहर ही सुरेंद्र नाथ तिवारी पुलिस अधीक्षक कानपुर के नाम का बोर्ड लगा हुआ था। इसमें ऊपर अस्थायी निवास भी लिखा हुआ था। ऐसे में यह भी आशंका थी कि कहीं यह हॉस्टल उनका ही तो नहीं है। वहीं जब इस मामले में सुरेंद्र नाथ तिवारी से बात हुई तो उन्होंने कहा कि उनकी कानपुर में तैनाती तो रही है लेकिन वह कभी भी उस मकान में नहीं रहें। मौजूदा समय में वह बुलंदशहर के एसपी सिटी हैं। उनका कहना है कि मेरा इस हॉस्टल से कोई भी संबंध नहीं है। बोर्ड किसने और क्यों लगाया इस बारे में भी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
राम भरोसे थी 70 छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था
वहीं एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला की ओर से जानकारी दी गई कि गर्ल्स हॉस्टल की मालिक शशि सेमानी हैं। उन्होंने यहा मकान मनोज पांडेय को लीज पर दे रखा था। ऐसे में एसपी का नेम प्लेट मिलना जांच का विषय है। मामले में जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं पीड़ित छात्राओं ने कहा कि आए दिन आरोपी कमरों में ताकझांक करता रहता था। दरवाजा खुला होने पर सफाई के बहाने से वह अचानक ही अंदर चला आता था। इसको लेकर कई बार हॉस्टल के वार्डेन और संचालक से भी शिकायत की गई थी। लेकिन इस मामले में कोई भी सुनवाई नहीं होती थी। वहीं हॉस्टल में लगे ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे खराब मिले और ऐसे में 70 छात्राओं वाले इस हॉस्टल में व्यवस्थाएं राम भरोसे ही चल रही थीं।
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