सार
यूपी के जिले कानपुर में युवक का अधजला शव मिलने पर उसके परिजन ज्योति के घरवालों पर हत्या का आरोप लगा रहे है। दरअसल अमित का शव 18 सितंबर को झाड़ियों में पड़ा मिला था और वह आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में जेल से जमानत पर बाहर आया था।
कानपुर: उत्तर प्रदेश का जिला कानपुर में जेल से जमानत पर छूटे एक युवक का अधजला शव मिलने से हड़कंप मच गया। बीती 18 सितंबर को सचेंडी इलाके की झाड़ियों में पड़ा मिला। यह वहीं शख्स था जिसकी गर्लफ्रेंड का शव इसी तरह से जला हुआ चकेरी के रेलवे क्रॉसिंग के पास 25 अक्टूबर 2021 को मिला था। पुलिस ने इसी मामले में उसे और उसकी दूसरी महिला मित्र को जेल भेजा था। युवक की मौत पर उसके घरवालों ने युवती के परिजन पर हत्या का आरोप लगाया है क्योंकि इसी मामले में युवक जेल गया था।
18 सितंबर को युवक का मिला था अधजला शव
जानकारी के अनुसार शहर के शिवकटरा चकेरी का रहने वाला अमित कुमार (28) आरओ लगाने का काम करता था। मृतक अमित के परिजन का कहना है कि उसने शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे कहा था कि यशोदा नगर से आरओ खराब संबंधी एक शिकायत है। उसी के सिलसिले में वह जा रहा है। उसके बाद वह घर वापस नहीं लौटा। उसके बाद देर रात नौबस्ता पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की थी। उसके दूसरे दिन 18 सितंबर की सुबह सचेंडी के घैलामऊ गांव के पास झाड़ियों में अमित का अधजला शव पड़ा मिला।
मृतक युवक के आरोप पर पुलिस कर रही जांच
दरअसल 25 अक्टूबर 2021 को चकेरी के गिरजा नगर निवासी ज्योति मिश्रा लापता हो गई थी। उसके बाद दूसरे दिन चकेरी में ही रेलवे ट्रैक किनारे ज्योति का अधजला शव बरामद हुआ था। इस हत्या के मामले में पुलिस ने अमित व उसकी प्रेमिका विमल को जेल भेजा था। युवक पर पहले हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ था लेकिन विवेचना के बाद हत्या की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) में बदली गई थी। इसके बाद पुलिस की जांच में सामने आया था कि युवती ने अमित और विमल से प्रताड़ित होकर ज्योति ने खुद आग लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में अमित जमानत पर बाहर था। मृतक अमित की हत्या के बाद उसके घरवाले ज्योति के परिजन पर हत्या का आरोप लगा रहे है। पुलिस इसी आधार पर जांच कर रही है।
साक्ष्य मिलने के बाद बदली गई थी धारा
पूजा की मौत के मामले में पुलिस ने हत्या के साक्ष्य मिलने का दावा किया था। ज्योति ने अपनी मां के मोबाइल से अमित को एक व्हाट्सएप मैसेज भेजा था, जिसमें लिखा था कि मैं तो यह दुनिया और सबकुछ छोड़कर जा रही हूं। अगर तुम्हारी इतनी हिम्मत हो तो दुनिया को सच बताना कि हवस तुम्हारे मन में आई थी। तुमने मेरे साथ गलत किया। लड़की के होते हुए भी दूसरी लड़की के लिए नियत बिगाड़ी थी। कभी मेरे बाप को अपनी शक्ल न दिखाना। मैं नहीं चाहती कि उनकी बेटी का हत्यारा कभी भी अपनी शक्ल उनको दिखाए। ये मैसेज जिसे भेजना हो भेज देना...। इसी मैसेज के आधार पर हत्या की धारा हटाकर आत्महत्या दुष्प्रेरण की धारा लगाई थी।
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