सार
कानपुर में एक महिला ने ढाई माह की बच्ची के अपहरण की झूठी जानकारी पुलिस को दी थी। महिला ने बताया कि बाइक सवार उसकी बच्ची को अगवा कर ले गए हैं। जब पुलिस ने मामले की जांच की तो हकीकत कुछ और ही निकली।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। एक महिला ने ढाई माह की बच्ची के अगवा होने की जानकारी पुलिस को दी। महिला ने पुलिस को मामले की जानकारी देते हुए कहा कि नौबस्ता हनुमंत विहार थाना क्षेत्र के बसंत विहार में बाइक सवारों ने उसकी बच्ची को अगवा कर लिया है। यह जानकारी मिलने पर पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस ने फौरन मामले पर एक्शन लेते हुए जांच-पड़ताल शुरुकर दी। लेकिन मामले की जांच के बाद जो हकीकत सामने आई वह काफी चौकाने वाली थी। दरअसल, बच्ची को जो महिला लेकर गई थी वह उसकी असली मां निकली।
किराएदार से गोद ली थी बच्ची
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि करीब ढाईं साल पहले मूलरूप से शिवराजपुर निवासी शटरिंग कारीगर की शादी बर्रा की एक युवती से हुआ था। शादी के बाद दंपति के दो बच्चे भी हुए। लेकिन बच्चों का अविकसित अवस्था में जन्म होने के कारण उनकी मौत हो गई। जिसके बाद कारीगर की पत्नी ने अपने ही घर में किराए पर रह रही एक महिला से उसकी ढाई माह की बच्ची को गोद ले लिया था। इसके कुछ समय बाद बच्ची गोद देने वाली महिला घर खाली कर दूसरी जगह रहने लगी थी।
महिला ने पुलिस को दी अपहरण की झूठी जानकारी
बीते शनिवार शाम महिला वापस शटरिंग कारीगर के घर आई और बच्ची के साथ कुछ देर रहने और रिश्तेदारों से मिलवाने की बात कहकर उसे अपने साथ लेकर नौबस्ता बंबा चली गई। इधर देर रात तक कारीगर की पत्नी उसके वापस आने का रास्ता देखती रही। जब बच्ची की असली मां बच्ची को लेकर वापस नहीं आई तो कारीगर की पत्नी ने बच्ची के अगवा हो जाने की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने बताया कि पहले जूही क्षेत्र में अपहरण की सूचना दी गई और इसके बाद बसंत उद्यान के पास बच्ची के अपहरण की जानकारी दी गई थी।
बच्ची की तलाश के लिए लगीं दो टीमें
जब पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो पता चला कि बच्ची की असली मां ही उसको लेकर गई है। कारीगर की पत्नी ने उस बच्ची को डेढ़ माह पहले गोद लिया था। लेकिन इस बीच असली मां की ममता अपनी बच्ची से दूर रहकर हिलोरे मारने लगी तो वह उसे अपने साथ लेकर चली गई। कारीगर की पत्नी ने पुलिस को बताया कि बच्ची के गोद लिए जाने की सूचना उसके ससुराल वालों को नहीं है। उनके डर के चलते महिला ने बच्ची के झूठे अपहरण की सूचना पुलिस को दी थी। ताकि किसी को गोद लेने की बात की जानकारी ना हो पाए। डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार के मुताबिक, बच्ची की तलाश करने के लिए दो टीमें लगाई गई हैं। जल्द ही पुलिस मासूम को बरामद कर आगे की कार्रवाई करेगी।