सार
यूपी के जिले लखीमपुर खीरी में डॉक्टर पत्नी की हत्या कर पति ने अपने पिता के साथ मिलकर राज्य के हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर जाकर शव का अंतिम कर दिया। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पुलिस मामले की जांच कर रही थी और इसी बीच दो दिन के लिए दोनों के मोबाइल बंद थे।
लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के जिले लखीमपुर खीरी की सदर कोतवाली इलाके के मोहल्ला बहादुरनगर में महिला डॉक्टर की हत्या का मर्डर उसके पति ने ही किया। उसके बाद चुपचाप राज्य के हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर जाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इतना ही नहीं उसके बाद मामले में गुमशुदगी दर्ज करा दी। पुलिस हत्या की बात से अंजान रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू कर दी। गुमशुदगी का मामला समझकर मोबाइल लोकेशन ट्रेस करती रही। मृतक महिला पेशे से डॉक्टर थी और उसके पिता शिवराज शुक्ल निवासी रायपुर थाना ईसानगर ने एसपी से जाकर मुलाकात की। तब जाकर इस हत्याकांड का खुलासा हुआ।
विवाद के बाद पति ने पत्नी को दिया धक्का
मृतक महिला के पिता जब एसपी के पहुंचे तो मर्डर का राज खुला। पुलिस ने पति समेत ससुर को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया। मृतक महिला के पिता मूल रूप से ईसानगर थाना इलाके के रायपुर गांव निवासी शिवराज शुक्ला (गोंडा डीएम के ओएसडी) वर्तमान निवासी सी/4 हाउसिंग कॉलोनी सिविल लाइंस गोंडा ने अपनी पुत्री वंदना की शादी फरवरी 2014 में मोहल्ला बहादुरनगर निवासी गौरीशंकर अवस्थी के पुत्र आशुतोष अवस्थी के साथ की थी। दोनों पति-पत्नी पेशे से डॉक्टर थे। 26 नवंबर 2022 की शाम पांच बजे पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ तो पति आशुतोष अवस्थी ने पत्नी वंदना को डंडे से पीटकर धक्का दे दिया। उसके सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने पति और ससुर से कड़ाई से की पूछताछ
उसके बाद हत्यारे पति ने अपने पिता गौरीशंकर अवस्थी के साथ मिलकर मृतक के शव को घर पर मौजूद बक्से में रखा दिया और उसके अगले दिन रेलवे स्टेशन के पास से एक मेटाडोर और दो मजदूरों को किराए पर लेकर शव को गढ़मुक्तेश्वर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया। दूसरी ओर महिला के पिता शिवराज 28 नवंबर की रात को बेटी से बात करना चाहते थे लेकिन मोबाइल बंद आया। फिर उन्होंने दामाद से बात की तो उसने वंदना के घर से चले जाने की बात बताई। उसके बाद पति ने एक दिसबंर को पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की और पुलिस कई दिनों तक मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करती रही। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी पिता-बेटे का भी दो दिन तक मोबाइल बंद रहा था। जिसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मामले की परतें खुलकर सामने आ गईं।
पति समेत कई लोगों के खिलाफ दर्ज की रिपोर्ट
मृतक महिला ने 2020 में टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक से जुड़वा बच्चों कृष्णा और आराध्या को जन्म दिया था। इसके बाद से पति-पत्नी में आए दिन विवाद होता था। 26 नवंबर 2022 की शाम पांच बजे दोनों में विवाद हुआ था, तभी वारदात को अंजाम दिया गया था। इस मामले को लेकर प्रभारी निरीक्षक चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि दोनों पति-पत्नी अपने अस्पताल गौरी चिकित्सालय (जल भवन के पास ग्राम बाजपेयी सीतापुर रोड पर है) पर प्रैक्टिस करते थे। उन्होंने आगे बताया कि मृतक के पिता शिवराज शुक्ल की तहरीर पर आरोपी पति आशुतोष अवस्थी, ससुर गौरी शंकर अवस्थी, विमलेश अवस्थी पत्नी गौरी शंकर अवस्थी, निशा अवस्थी पत्नी वीरेंद्र कुमार शुक्ला (ननद) के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।