सार
मुख्तार अंसारी को शस्त्र लाइसेंस दिए जाने की सिफारिश करने वाले पुलिस अधिकारी कृष्ण प्रताप सिंह को योगी सरकार ने निलंबित कर दिया है। वर्तमान में वह बहराइच में डिप्टी एसपी हैं। कृष्ण प्रताप सिंह ने यह सिफारिश तब की थी जब वह मऊ में कोतवाल के पद पर तैनात थे।
लखनऊ: बाहुबली मुख्तार अंसारी को शस्त्र लाइसेंस दिए जाने की सिफारिश करने वाले पुलिस अधिकारी को यूपी सरकार ने निलंबित कर दिया है। योगी सरकार ने वर्तमान में बहराइच डिप्टी एसपी कृष्ण प्रताप सिंह पर एक्शन लिया है। दरअसल उन्होंने मऊ में कोतवाल के पद पर तैनाती के दौरान यह सिफारिश की थी। वहीं दूसरी ओर मुख्तार अंसारी के परिवार के साथ-साथ उसके जानने वालों पर सरकार लगातार एक्शन ले रही है। बेटे अब्बास की संपत्ति की कुर्की के आदेश जारी हुए हैं, वो अभी भी फरार चल रहा है।
साल 2012 में दिल्ली के पत में किया था ट्रांसफर
मऊ के विधायक और मुख्तार के बेटे अब्बास की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि अब उसकी संपत्ति कुर्क की जाएगी। यह आदेश एमपी-एमएमलए कोर्ट ने जारी किया है। साल 2012 में अब्बास ने लखनऊ से जारी किए गए शस्त्र लाइसेंस को बिना सूचना दिए ही दिल्ली के पते पर ट्रांसफर कराया था। इसी के बाद यह मामला कोर्ट में पहुंचा। अदालत में लगातार गैर हाजिर होने की वजह से अब्बास की संपत्ति कुर्की का आदेश दिया है। यह आदेश एमपी-एमएलए कोर्ट के जज अम्बरीष श्रीवास्तव ने सीआरपीसी की धारा 83 के अंतर्गत लखनऊ की महानगर पुलिस की अर्जी का संज्ञान लेते हुए आदेश दिया है। कोर्ट में अर्जी महानगर पुलिस ने डाली थी।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फरार चल रहा अब्बास अंसारी
इस मामले को लेकर जज अम्बरीष श्रीवस्तव ने अगली सुनवाई के लिए आगामी 17 नवंबर की तारीख तय की है। बीते 11 अगस्त को अब्बास के खिलाफ मामले की सुनवाई कर रही स्पेशल कोर्ट ने कुर्की की कार्यवाही से पहले ही नोटिस जारी करने का आदेश दिया था। इतना ही नहीं इससे पहले अब्बास अंसारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी हो चुका है। बता दें कि मुख्तार के बेटे अब्बास के खिलाफ कई मामले चल रहे हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी वह फरार चल रहा है। इसके अलावा बीते दिनों उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। फिलहाल उसके खिलाफ लुट आउट नोटिस भी जारी हो चुका है, अब वह देश छोड़कर नहीं भाग सकेगा। उसकी तलाश के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।