सार

यूपी विधानमंडल सत्र में अनुपूरक बजट विपक्षियों के द्वारा विरोध करने के बाद भी पेश कर दिया गया। जिसमें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के साथ साल 2025 के प्रयागराज में कुंभ को लेकर वित्तीय व्यवस्था की गई है। 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन योगी सरकार ने अनुपूरक बजट पेश किया था। जिसके बाद विपक्षी पर्टियों ने जमकर विरोध किया लेकिन उसके बाद भी सरकार ने इसको पेश किया। ऐसा माना जा रहा है कि इसके आने से राज्य में विकास का तेज गति होने के साथ-साथ कई क्षेत्रों में भी अहम बदलाव देखने को मिलेंगे। यूपी सरकार को विश्वास है कि 37 साल बाद किसी सरकार को जनता ने दो बार लगातार चुना है। इस वजह से पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रही राज्य सरकार अब निवेश, शहरीकरण और रोजगार की कार्ययोजना की प्राथमिकता में है। विकास के लिए शहरीकरण को महत्वपूर्ण आयाम है और इस वजह से अनुपूरक बजट के जरिए नए शहरों के विकास के लिए 4,000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा गया है। 

अनुपूरक बजट इन सब में करेगा वित्तीय व्यवस्था
इतना ही नहीं सुशासन, लोककल्याण और विकास का संकल्प लेते हुए पिछली सरकारों की कारगुजारियां को उजागर करते हुए डबल इंजन सरकार के प्रयासों के परिणाम भी बताए। यूपी को $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में एक अहम कदम के रूप में 10 से 12 फरवरी 2023 को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है। इसके अलावा आजादी के अमृत काल में प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के महत्वपूर्ण देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता कर रहे हैं तो उत्तर प्रदेश में भी इस बार अनेक कार्यक्रम होने हैं। इन सबको लेकर अनुपूरक बजट के माध्यम से इनके लिए वित्तीय व्यवस्था की गई है।

पूरे देश में कानून-व्यवस्था को दिया है मॉडल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ इंजन के रूप में तैयार हो सके, इसके लिए प्रदेश में बड़े और ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। पूरी दुनिया के निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश को उत्सुक है। हर वर्ग को बिना भेदभाव मिल रहे शासन की योजनाओं के लाभ का ही परिणाम है कि हर व्यक्ति सरकार के प्रयासों को सफल करने में अपना योगदान करने को तत्पर है। दूसरी ओर पिछली सरकारों की कारगुजारियां भी उजागर कीं तो डबल इंजन सरकार के प्रयासों के परिणाम भी बताए। उन्होंने कहा कि जिस उत्तर प्रदेश में हर दिन दंगे हुआ करते थे, उसका नाम सुनकर अन्य प्रदेशों के लोगों के मन में एक भयावह तस्वीर उभर जाती थी। वहां आज हर पर्व-त्योहार शांति-सौहार्द के माहौल में संपन्न हो रहे हैं। जिसे देश के विकास में बाधक कहा जाता था, उसने आज देश को कानून-व्यवस्था का एक मॉडल दिया है।

जनसहयोग से कुंभ को बनाया जाएगा ग्लोबल यूनीक इवेंट 
अनुपूरक बजट में भाग लेते हुए सीएम योगी ने साल 2015 प्रयागराज कुंभ से पहले अविरल गंगा-निर्मल गंगा का सपना पूरा होने का संकल्प भी साझा किया। उन्होंने कहा प्रयागराज कुंभ में पूरी दुनिया से लोग आए और जो भी आया सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था को देखकर आश्चर्यचकित था। उन्होंने आगे बताया कि अब 2025 के प्रयागराज कुंभ के आयोजन का सुअवसर मिल रहा है। जनसहयोग से इसे ग्लोबल यूनीक इवेंट बनाया जाएगा। अनुपूरक बजट में प्रयागराज कुंभ के लिए भी अतिरिक्त बजटीय प्रावधान किए गए हैं। यूपी सरकार ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन साल 2022-23 के लिए अनुपूरक बजट विधानसभा में पेश किया था। बजट में करीब ₹3376954.67 लाख की अनुदान मांगों का प्रावधान है। उसमें फरवरी में होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर समिट और प्रयागराज महाकुंभ के लिए भी बजट की व्यवस्था की गई है। मंगलवार को चर्चा के बाद यह ध्वनिमत से पास हो गया।

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