सार

एक बार फिर से चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना की स्थिति भयावह है, जिसको देखते हुए बाकी देश अलर्ट मोड पर आ गए है। वहीं यूपी में इसका क्या असर होगा, इस पर चिकित्सकों का यहीं कहना है कि अभी कहना मुश्किल है।

लखनऊ: चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना की बेकाबू स्थिति से हर कोई जानता है लेकिन एक बार फिर कोविड की दहशत यूपी तक आ पहुंची हैं। केंद्रीय मंत्रालय से लेटर जारी होने के बाद यूपी में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाई लेवल बैठक कर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं। विदेशों में तेजी से फैल रहे कोरोना का यूपी पर क्या असर होगा अभी यह कह पाना मुश्किल है पर हालात फिर से अलर्ट मोड़ पर आने का इशारा कर रहे हैं। वहीं राज्य वैक्सीनेशन समेत कई कारणों की वजह से बेहतर स्थिति पर हैं। 

राज्य सरकार ने शुरू कर दी है तैयारियां
चिकित्सकों के अनुसार विदेशों में तेजी से फैल रहे कोरोना का उत्तर प्रदेश पर क्या असर होगा, इसपर अभी कहना बहुत ही मुश्किल हैं पर हालातों को देखते हुए राज्य सरकार समेत जिला लेवल पर तैयारियां शुरू हो चुकी है। कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का एक बार फिर से पालन करने की जरूरत हैं। इसका अगर सभी लोग पालन करेंगे तो हम ही सेफ रह सकते हैं। एहतियात बरतने में लापरवाही भारी पड़ सकती है इसलिए सभी प्रोटोकॉल को फॉलो करना जरूरी हैं। चलिए तीन बिंदुओं में समझे हम बेहतर स्थिति में आखिर कैसे है।

1. एडल्ट पॉपुलेशन को लग चुकी है डबल डोज
उत्तर प्रदेश में 24 करोड़ की कुल आबाद में सबसे राहत दिलाने वाली बात तो यह है कि 18 साल की उम्र से ज्यादा के लोगों को अधिकतर वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। इसी कारणवश कोरोना के आने वाले वैरिएंट का कम्युनिटी स्प्रेडर रूप देखने को मिलेगा तो ऐसे में कम ही संभव हैं।

2. कोविड के लिए पहले से बेहतर है मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर 
कोरोना के किसी भी संभावित अटैक से बचने के लिए सीएम योगी ने अधिकारियों को आदेश दे दिया है। अस्पताल, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क, वेटिलेंटर, दवाइयां समेत तमाम इंतजाम कर लिए गए है। राज्य में बेहतर हेल्थ और मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर हैं। चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना की दूसरे वेव में सबसे कठिन दौर से गुजर चुके हैं। मगर अब मेडिकल और हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर भी पहले से बेहतर हैं।

3. 70 प्रतिशत से ज्यादा को मिली नेचुरल इम्यूनिटी
राज्य में 70 प्रतिशतसे अधिक की आबादी को कोरोना वायरस के अगेंस्ट नेचुरल इम्यनिटी मिल चुकी हैं। दूसरे शब्दों में कह सकते है कि हार्ड इम्यूनिटी के कॉन्सेप्ट को भी पा चुके हैं। इस लिहाज से भी हम बेहतर स्थिति में कहे जा सकते हैं। यह सब चिकित्सकों का कहना है।

90 प्रतिशत 12 से 17 साल बच्चों को लग चुकी है दोनों डोज
बता दें कि पूरे राज्य में अब तक कुल 14.77 करोड़ लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। वहीं बूस्टर डोज 4.48 करोड़ को लगी है। सबसे बड़ी बात यह हैं कि 12 साल से 17 साल के बीच के 90 प्रतिशत से ज्यादा बच्चों में भी कोरोना की दोनों डोज लग चुकी हैं। हर लिहाज से यह वो आंकड़े हैं, जो राहत देने के साथ उम्मीद जगाते हैं कि प्रदेश में दूसरी लहर से पहले से हम ज्यादा मजबूत और बेहतर स्थिति में हैं। इसके अलावा अस्पतालों में पहले से ज्यादा वैंटिलेटर और बाईपेप मशीनें हैं। साथ ही टेस्टिंग फैसिलिटी के साथ ज्यादा लैब तैयार हैं। पहले से ज्यादा जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा भी उपलब्ध हैं। खास बात तो यह भी है कि ज्यादातर आबादी यानी आम पब्लिक कोरोना प्रोटोकॉल और डूज-डोंटस से वाकिफ हैं। इससे कह सकते है कि पहले से बेहतर स्थिति में हैं सिर्फ अलर्ट रहने की जरूरत हैं।

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