सार

मेरठ क्राइम ब्रांच व सर्विलांस टीम को बड़ी सफलता हांथ लगी है। पुलिस टीम ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो दिल्ली व मुंबई के रास्ते चीन में जानवरों का मांस भेजते थे। पुलिस ने गिरोह के कब्जे से 5 टन मीट बरामद करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह को मीट सप्लाई का काम नगर निगम का एक ठेकेदार करता था। नगर निगम में उसके पास मृत जानवरों को उठाकर ले जाने का ठेका है। 

मेरठ(UTTAR PRADESH ). मेरठ क्राइम ब्रांच व सर्विलांस टीम को बड़ी सफलता हांथ लगी है। पुलिस टीम ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो दिल्ली व मुंबई के रास्ते चीन में जानवरों का मांस भेजते थे। पुलिस ने गिरोह के कब्जे से 5 टन मीट बरामद करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह को मीट सप्लाई का काम नगर निगम का एक ठेकेदार करता था। नगर निगम में उसके पास मृत जानवरों को उठाकर ले जाने का ठेका है। 

जानकारी के अनुसार मेरठ पुलिस को काफी समय बीफ सप्लाई की खबरें मिल रही थी। इसको गंभीरता से लेते हुए एसएसपी अजय साहनी ने क्राइम ब्रांच को लगाया था। क्राइम ब्रांच ने इस गिरोह की धरपकड़ के लिए जाल बिछा रखा था। सर्विलांस सर्विलांस की मदद से पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए 5 टन मीट के साथ 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया है कि पकड़ा गया मीट गाय व भैस का है। 

नगर निगम के ठेकेदार की संलिप्तता आई सामने 
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारम्भिक जांच में नगर निगम के ठेकेदार सोरन लाल की संलिप्तता सामने आ रही है। उसके पास नगर निगम में मृत जानवरों के शरीर को ठिकाने लगाने का ठेका है। इसके बहाने वह इस गिरोह को जानवर व मीट सप्लाई कराता था। 

एक कथित पत्रकार को भेजकर पुलिस को रिश्वत देने की कोशिश 
इस गिरोह के लिए खरखौदा थाना पुलिस से एक कथित पत्रकार द्वारा सेटिंग करने गया था। जहां कहा गया था कि हम एक लाख रुपये थाना पुलिस को देंगे और हापुड़ रोड पर एक बंद फैक्ट्री की आड़ में पशुओं को काटा जाएगा। पुलिस ने हामी भर कर उन्हें अपने जाल में फंसाया और सतर्कता दिखाते हुए गिरफ्तार कर लिया। 

 दिल्ली के दो बड़े बिजनेसमैन भी हैं इस धंधे में शामिल 

एसएसपी अजय साहनी ने बताया पकड़े गए आरोपी इरफान निवासी लिसाड़ीगेट, असलम निवासी लिसाड़ीगेट, शहजाद निवासी लिसाड़ी गेट और अफसर निवासी लिसाड़ी गेट हैं। जबकि हाजी मेहरबान निवासी पुराना बाजार लारेंस रोड फैक्टरी दिल्ली और हाजी लाइक निवासी लारेंस रोड दिल्ली फरार हैं। हाजी मेहरबान और हाजी लाइक का दिल्ली में बड़ा कारोबार है । दिल्ली में दोनों मीट कारोबारियों के यहां कई दिन पहले दिल्ली पुलिस द्वारा छापेमारी भी की गई थी।