सार
गोंडा में स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही से एक नवजात की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में बच्चे पर जानवर के हमला करने से बच्चे की मौत हो गई। वहीं डॉक्टर बच्चे के मृत पैदा होने की बात कर रहे हैं।
गोंडा: उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से अक्सर स्वास्थ्य विभाग में होने वाली लापरवाहियां वहां की पोल खोल देती है। एक ओर जहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं तो वहीं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा की जा रही लापरवाहियों के किस्से अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। ऐसा ही एक मामला गोंडा से सामने आया है। जहां पर स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के चलते एक मां ने अपने नवजात बच्चे को खो दिया। अब अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिए डॉक्टर दावा कर रहे हैं कि नवजात मृत पैदा हुआ था। जबकि परिजनों का आरोप है कि स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के चलते बच्चे की जान गई है।
संदिग्ध परिस्थितियों में हुई नवजात की मौत
मुजेहना के ग्राम बछईपुर चैनवापुर निवासी मो. हारुन ने बताया कि शनिवार रात उनकी बहन सायरा बानो को प्रसव पीड़ा होने लगी। इस दौरान उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुजेहना एडमिट करवाया गया। रात में करीब तीन बजे के आसपास सायरा बानो ने बेटे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने परिजनों को बताया कि बच्चे की हालत ठीक न होने के कारण उसे अलग वार्ड में आक्सीजन में रखना पड़ेगा। मो. हारुन के मुताबिक, स्वास्थ्य कर्मियों नवजात को अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया था। इसके बाद अस्पताल में मौजूद सभी स्वास्थ्यकर्मी सो गए। सुबह उठने पर उन्होंने बच्चे के मृत होने की जानकारी दी।
परिजनों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर लगाया आरोप
मो. हारुन के अनुसार, सुबह स्वास्थ्य कर्मियों ने उनसे नवजात के मृत होने की बात बोल कर शव ले जाने के लिए बोला। मो. हारुन ने जब नवजात के शव को देखा तो नवजात के चेहरे पर निशान थे। उन्होंने बताया कि बच्चे को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे किसी जानवर ने उसे काटा हो। स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के चलते हुई नवजात की मौत से नाराज परिजनों ने मामले की शिकायत थाने में कर दी। परिजनों की तहरीर के आधार पर अज्ञात स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
डीएम ने मामले की जांच के दिए आदेश
थानाध्यक्ष संजय कुमार गुप्ता ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि परिजनों की ओर से तहरीर मिली है और अज्ञात स्वास्थ्य कर्मियों के ऊपर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। नवजात की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। उसी के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। वहीं डीएम डा. उज्ज्वल कुमार को इस घटना की जानकारी होते ही उन्होंने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है। इस मामले की जांच सीडीओ गौरव कुमार व सीएमओ डा. रश्मि वर्मा को सौंपी गई है।
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