सार

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 16 जुलाई शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करेंगे। एक्सप्रेसवे पर आज से फर्राटा भरेंगे वाहन। चित्रकूट से लेकर इटावा तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से सात जिलों का कायाकल्प होगा। 

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 जुलाई शनिवार को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करेंगे। मोदी सरकार ने पहले दिन से ही कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे पर बहुत ध्यान केंद्रित किया है। इस एक्सप्रेसवे के शुरू हो जाने से दिल्ली और लखनऊ से बुंदेलखंड सीधे जुड़ जाएगा।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास फरवरी 2020 में किया था। वहीं निर्माण एजेंसी यूपीडा ने कोरोना काल के बावजूद 28 माह में एक्सप्रेसवे को लक्ष्य से आठ महीने पहले बनाकर तैयार कर दिया है। इसमें चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े पुल, 286 छोटे पुल, 18 फ्लाइओवर, 6 टोल प्लाजा, 224 अंडरपास और 7 रैंप प्लाजा हैं। एक्सप्रेसवे के किनारे सात लाख पेड़ों को रोपा गया है। चित्रकूट से लेकर इटावा तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से सात जिलों का कायाकल्प होगा। इससे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा जिले सीधे जुड़ेंगे। इस पर सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए 6 सीओ और 128 पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। इनमें सेना और पुलिस के जवान हैं। साथ ही 12 इनोवा गाड़ियां पेट्रोलिंग के लिए लगाई गई हैं, जो 24 घंटे एक्सप्रेसवे में फर्राटा भरते हुए यहां से गुजरने वाले वाहनों पर पैनी नजर रखेंगी।

एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर को होगा निर्माण
सरकार लगातार देशभर की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की शुरुआत के साथ ही चित्रकूट से दिल्ली तक का 630 किलोमीटर का सफर छह से सात घंटे में पूरा हो सकेगा। एक्सप्रेसवे बनने के बाद से बुंदेलखंड का औद्योगिक और आर्थिक विकास का रास्ता भी खुलेगा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के साथ जुड़ जाएगा। तो वहीं दूसरी ओर बांदा और जालौन में एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर भी बनाया जा रहा है। इसके लिए सलाहकार एजेंसी का गठन भी किया जा चुका है। ऐसा होने से इन दोनों जिलों के अलावा आसपास के जिलों के लोगों को भी रोजगार मिल सकेगा। प्रस्तावित डिफेंस कॉरिडोर को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का भी लाभ मिलेगा।

लोकार्पण कार्यक्रम में BJP नेता समेत आमजन भी रहेगा मौजूद
एक्सप्रेसवे के लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे। उनके अलावा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा,  कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी, सांसद रामशंकर कठेरिया, अनुराग शर्मा, पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, रामकेश निषाद, मनोहरलाल मन्नू कोरी, आरके सिंह पटेल बतौर अतिथि मौजूद रहेंगे। इन सभी के अलावा भाजपा के अन्य नेता भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इतना ही नहीं समारोह में शामिल होने के लिए झांसी और ललितपुर से बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं। शुक्रवार को ही गांव गांव बसें भेज दी गई थीं ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

15 जुलाई से ही लोगों के लिए भेजी गई प्राइवेट व रोडवेज बस
बुंदलेखंड एक्सप्रेसवे के लोकार्पण समारोह में शामिल होने के लिए झांसी और ललितपुर से बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं। इन सभी लोगों को ले जाने के लिए रोडवेज की 120 और 200 प्राइवेट बसों को लगाया गया है। इसी कारणवश शनिवार को झांसी और आसपास के जनपदों के 13 रूट खाली हो जाएंगे। शुक्रवार को ही रोजवेज की सभी 120 बसें शुक्रवार की सुबह से ही रूट से अलग कर दी गई थी। शनिवार को भी हजारों लोगों को बसों का इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि शुक्रवार को ही इन बसों से तमाम योजनाओं के लाभार्थियों को उरई ले जाया गया है। बसों के रूट से हटते ही लोगों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया। सारा दिन बस सवारों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

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