सार
समाजवादी पार्टी ने डॉ. संजय लाठर को विधान परिषद दल का नेता चुना है। वरिष्ठ नेता अहमद हसन के निधन के बाद यह पद खाली हो गया था। विधायकों के शपथग्रहण के बाद यह फैसला पार्टी की ओर से लिया गया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमंडल में समाजवादी पार्टी ने सरकार को घेरने की तगड़ी तैयारी की है। समाजवादी पार्टी ने विधानपरिषद में संजय लाठर को विधान परिषद दल का नेता चुना है। यूपी में सोमवार को हुए विधायकों के शपथग्रहण के बाद डॉ. संजय लाठर को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष घोषित किया गया है।
वरिष्ठ नेता अहमद हसन के निधन के बाद से खाली था पद
जिस पद पर पार्टी ने डॉ. संजय लाठर की नियुक्ति की है यह वरिष्ठ नेता अहमद हसन के निधन के बाद से खाली पड़ा था। जिसके बाद पार्टी की ओर से अब विधानपरिषद में नेता विरोधी दल के लिए डॉ. संजय लाठर का नाम दिया है।
मथुरा की मांट सीट से लड़वाया गया था चुनाव
पार्टी की ओर से डॉ संजय को मथुरा की मांट सीट से चुनाव लड़वाया गया था। हालांकि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था। इस शिकस्त के बावजूद वह विधान परिषद सदस्य के पद पर बरकरार हैं।
कैबिनेट मंत्री के बराबर प्राप्त होंगी सेवाएं
समाजवादी पार्टी की ओर से संजय लाठर का नाम इस पद पर दिए जाने के बाद नेताओं में भी खुशी दिख रही है। आपको बता दें कि नेता विरोधी दल के रूप में डॉ. संजय लाठर को वह सभी सुविधाएं प्राप्त होंगी जो कि कैबिनेट मंत्री को प्राप्त होती हैं।
अखिलेश यादव के करीबी हैं संजय लाठर
डॉ. संजय लाठर समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं। वह पूर्व में सपा युवजन सभा और सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह वर्तमान में एमएलसी होने के साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। पार्टी ने उन्हें 2012 के चुनाव में भी मांट विधानसभा से चुनाव लड़वाया था। हालांकि उन्हें सपा के टिकट पर 51 हजार वोट ही प्राप्त हो सके थे। 2012 में चुनाव हारने के बाद भी उन्होंने अपनी सक्रियता क्षेत्र में बरकरार रखी। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 2022 में भी चुनाव लड़वाया, हालांकि उन्हें इस बार भी शिकस्त का सामना करना पड़ा।
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