सार
यूपी के प्राविधिक मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि राज्य के सभी प्राविधिक विश्वविद्यालयों व सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों की सभी शाखाओं में एससी-एसटी की छात्राओं को मात्र एक रुपए में शिक्षा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्राविधिक विश्वविद्यालयों और राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों की सभी शाखाओं में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग की छात्राओं को मात्र एक रुपए में ही शिक्षा उपलब्ध कराने को लेकर प्रस्तवार तैयार किया जा रहा है। इसे लेकर प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने बताया कि इस पर आने वाले खर्च को सभी कॉलेज अपने निजी स्त्रोतों से वहन करेंगे। तीन महीने के अंदर प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के फार्मास्यूटिकल एंड बायोइंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर की स्थापना भी कराई जाएगी।
तीन महीने में ही फार्मास्यूटिकल एंड बायोइंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर
प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने बताया कि तीन महीने के अंदर ही राज्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर के फार्मास्यूटिकल एंड बायोइंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर की स्थापना भी कराई जाएगी। उन्होंने राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहले से चल रही भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर नई कमेटी बनाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सभी चयन प्रक्रिया को पारदर्शी व नियम संगत बनाया जाए और अगले पांच वर्षों की कार्ययोजना सभी संस्थान तैयार करें।
आत्मनिर्भर भारत करने के लिए महिलाओं को बनाए सशक्तीकरण
मंत्री आशीष पटेल ने अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए महिलाओं को सशक्तीकरण जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि दूसरे राज्यों में शिक्षा के लिए पलायन रोकने के लिए प्रदेश में ही गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने इंजीनियरिंग कालेजों की रैंकिंग कराने का भी निर्देश दिया। साथ ही उप कुलपति व निदेशक को जवाबदेह बनाए जाने पर जोर दिया। आशीष पटेल ने कहा कि राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहले से चल रही भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर एक नई कमेटी गठित करके भर्तियां कराई जाएं।
पांच सालों में इंजीनियरिंग कॉलेजों को करें तैयार, मेडिकल सीटे करें दोगुनी
प्रदेश में अगले पांच सालों में मेडिकल की सीटों को दोगुना करने की तैयारी है। साथ ही प्राविधिक शिक्षा संस्थानों में बेहतर पठन-पाठन के लिए शिक्षकों की उपस्थिति कराने के लिए बायोमीट्रिक हाजिरी लागू करने के भी निर्देश दिए है। प्रदेश के तीनों तकनीकी विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर व एक निदेशक की समिति गठित करके सभी चयन प्रक्रियाओं को पारदर्शी और नियम संगत बनाया जाए। उन्होंने बालो की अगले पांच सालों में सीटों की संख्या बढ़ाने के साथ सभी इंजीनियरिंग कालेज और प्राविधिक विश्वविद्यालय तैयार करें।
बीएचयू समेत देश भर के 31 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में स्थापित होंगे डॉ अंबेडकर उत्कृष्टता केन्द्र