सार
यूपी के कानपुर में बीते दिनों लाजपत नगर में पकड़े गए सेक्स रैकेट में चौंकाने का वाला खुलासा हुआ है। रैकेट चलाने वाली महिला लड़कियों को बेबस कर उनसे धंधा करवाती थी। अगर कोई भागने या छोड़ने की कोशिश करती थी तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाती थी।
कानपुर (Uttar Pradesh). यूपी के कानपुर में बीते दिनों लाजपत नगर में पकड़े गए सेक्स रैकेट में चौंकाने का वाला खुलासा हुआ है। रैकेट चलाने वाली महिला लड़कियों को बेबस कर उनसे धंधा करवाती थी। अगर कोई भागने या छोड़ने की कोशिश करती थी तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाती थी।
ऐसे देह व्यापार के दलदल में फंसी थी लड़कियां
23 नवंबर को पुलिस की टीम ने नजीराबाद थाना क्षेत्र के लाजपत नगर में एक सेक्स रैकेट का खुलासा किया था। इसे लवली चक्रवर्ती उर्फ बरखा नाम की महिला चलाती थी। सीओ गीतांजलि सिंह ने बताया, पकड़ी गईं 4 लड़कियों में एक अनाथ है। सोशल मीडिया के जरिए वो बरखा से मिली थी। पैसे कमाने का लालच देकर बरखा ने उसे रैकेट में शामिल कर लिया था, जिसके बाद वो उसके जाल से निकल ही नहीं पाई। वहीं, एक युवती अपनी बहन के किडनी का इलाज कराने के लिए इस दलदल में उतरी थी। बरखा ने उसे रैकेट में शामिल करने के बाद न तो उसे पैसे दिए और न ही वापस जाने दिया।
लड़कियों को कस्टमर के पास भेजने पर इस बात का रखा जाता था ध्यान
बरखा ने पूछताछ में बताया, लड़कियों को दूसरे शहर और राज्यों में भी भेजा जाता था। लेकिन इस बात का खास ध्यान रखा जाता था कि जिस शहर से डिमांड आई है, वहां की लोकल लड़की को कभी भी ग्राहक के पास नहीं भेजा जाता था। इससे पहचान उजागर होने का डर रहता था। जो लड़कियां जिस शहर की होती है, वहां के बजाए उनको दूसरे राज्यों या शहरों में भेजा जाता है। आने जाने का पूरा खर्च ग्राहक उठाते थे। आम तौर पर हजारों में सौदा तय होता था, लेकिन कोई बड़ा ग्राहक फंस जाता था तो लाखों रुपए ऐंठ लिए जाते थे। हालांकि, लड़कियों को सिर्फ 1000 या 1500 देकर चलता कर दिया जाता था।
रैकेट चलाने में पुलिस की रहती थी मिलीभगत
जानकारी के मुताबिक, बरखा को पिछले साल फीलखाना स्थित एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। करीब 2 महीने पहले जेल से छूटने के बाद बरखा ने फिर से देह व्यापार का धंधा शुरू कर दिया। इसकी खबर पुलिस को भी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती थी। शनिवार को भी अधिकारियों के आदेश पर जब छापा मारा गया तो वह देर रात तक पुलिस को मैनेज करने में जुटी रही। आखिर में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।