सार

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को यादगार बनाने के लिए बुधवार को यूपी विधानमंडल के विशेष सत्र की शुरुआत हो गई। ये 36 घंटे लगातार चलेगा। प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब किसी खास मौके पर विधानसभा इतने लंबे समय तक चलेगी।

लखनऊ (Uttar Pradesh). महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को यादगार बनाने के लिए बुधवार को यूपी विधानमंडल के विशेष सत्र की शुरुआत हो गई। ये 36 घंटे लगातार चलेगा। प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब किसी खास मौके पर विधानसभा इतने लंबे समय तक चलेगी। वहीं, विपक्षी दलों ने इस विशेष सत्र का बहिष्कार किया है। 

दुर्योधन के समान है विपक्ष
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, विपक्ष हमेशा कहता था कि पार्टी लाइन से हटकर वो अपनी बात रख सकें। आज उसका मौका दिया गया। मुझे हैरानी है कि सरकार जब इसके लिए आगे आई है तो विपक्ष पीछे हट गया। यह बापू, सदन और गरीबों का अपमान है। वो (विपक्ष) तो दुर्योधन के समान है। जिन्होंने इतने साल गांधी के नाम पर सत्ता चलाई, उनकी जयंति पर सदन का ही बहिष्कार कर दिया, ये शर्मनाक है।

'सपा सरकार में क्या स्थिति थी सब जानते हैं' 
उन्होंने कहा, 2019 के लोकसभा चुनाव में जनता ने बता दिया है कि अब जातियां सिर्फ वोट के लिए नहीं, विकास के साथ हैं। यही वजह है कि विपक्ष तिलमिलाया है। स्वच्छ भारत मिशन देश के लिए आज एक जन आंदोलन बन गया है। प्लास्टिक मुक्त यूपी के संकल्प के साथ आज सभी मंत्रियों ने 110 वार्डों में जागरूकता की है। जो विधायक अपनी विधानसभा को स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत अग्रणी काम करता है, उसको सम्मानित किया जाना चाहिए। स्वच्छ भारत मिशन में उत्तर प्रदेश की सहभागिता किसी से छुपी नहीं है। दो करोड़ 61 लाख गरीबों को शौचालय उपलब्ध कराए गए। इसी स्पीड से काम करती है बीजेपी। सपा सरकार में क्या स्थिति थी? सब जानते हैं।

36 घंटे से ज्यादा की कार्यवाही के लिए बनाए गए विधायकों के 87 ग्रुप
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया, विधायकों के 87 ग्रुप बनाए गए हैं। 36 घंटे से ज्यादा की कार्यवाही के लिए तीन अलग-अलग शिफ्ट में एमएलए और एलएलसी के ग्रुप बनाए गए हैं। कैबिनेट मंत्रियों को 15-15 मिनट, जबकि राज्यमंत्रियों को 10-10 मिनट मिलेगा। विधानसभा के सदस्यों के लिए चार-चार मिनट का समय निर्धारित है। इसी तरह 4-4 मंत्रियों के समूह बनाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर अपने ग्रुप से कोई एक मंत्री या विधायक ही बाहर जा सकेंगे। रात में विधानभवन में ही सदस्यों के भोजन की व्यवस्था की गई है।