सार

श्री हेमकुंड साहिब के लिए 22 मई से यात्रा आरंभ हो रही है। इसके लिए पहला जत्था 19 मई को रवाना होगा। इसको लेकर तमाम तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। जत्थे को रवाना करने के दौरान वहां राज्यपाल और सीएम भी मौजूद रहेंगे।

ऋषिकेश: सिखों के प्रमुख तीर्थ और उत्तराखंड के पांचवें धाम की रूप में पहचान रखने वाले श्री हेमकुंड साहिब के लिए 22 मई से यात्रा आरंभ हो रही है। इसके लिए पहला जत्था 19 मई को ऋषिकेश से रवाना होगा। इस यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। 

22 मई को खुल रहे हैं कपाट
गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने इसको लेकर जानकारी साझा की। इस साल श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को खुल रहे हैं। इस यात्रा को लेकर तमाम तैयारियों को पूर्ण कर लिया गया है। यात्रा के पैदल मार्ग को खोलने का काम भी आखिरी चरण में हैं। उन्होंने बताया कि श्री हेमकुंड साहिब के लिए यात्रियों का पहला जत्था ऋषिकेश से 19 मई को रवाना होगा। 

राज्यपाल और सीएम रहेंगे मौजूद 
इस पहले जत्थे को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) सरदार गुरमीत सिंह और सीएम पुष्कर सिंह धामी पंच प्यारों की अगुवाई में रवाना करेंगे। जत्थे के प्रस्थान करने से पहले दरबार हाल में कीर्तन का आयोजन भी किया जाएगा। इस दौरान कीर्तनी रागी जत्थे तथा हेमकुंड साहिब गुरमत संगीत बाल विद्यालय के विद्यार्थी भी भाग लेंगे। इस बीच धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि भी वहां शिरकत करेंगे। इसमें निर्मल आश्रम, जयराम अन्न क्षेत्र, श्री भरत मंदिर, मधुबन आश्रम, नानकमत्ता गुरुद्वारा व सिंह सभा गुरुद्वारा के अध्यक्ष भी शामिल होंगे। यात्रा के मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, सुबोध उनियाल व महापौर अनीता मम्मी भी शामिल होंगे। 

आपको बता दें कि हेमकुंड साहिब सिखों का पवित्र तीर्थ स्थल है। यहां पर देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। कहा जाता है कि हेमकुंड साहिब की खोज 1934 में हुई थी। इसका जिक्र डिवाइन हेरिटेज ऑफ हेमकुंड साहिब एंड वर्ल्ड हेरिटेज ऑफ वैली ऑफ फ्लावर किताब में भी मिलता है। 

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