सार
यूपी चुनाव के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने गाजीपुर के जखनिया में जनसभा को संबोधित किया। अमित शाह ने कहा कि अखिलेश यादव के चश्में से उन्हें सिर्फ जाति और धर्म ही दिखाई पड़ते हैं। एक लेंस से एक धर्म विशेष दिखाई पड़ता है, जिसमें आप और हम नहीं है। दूसरे लेंस से उन्हें एक जाति दिखाई पड़ती है, उसमें भी हम नहीं दिखाई पड़ते। सबका साथ-सबका विकास सिर्फ भाजपा कर सकती है।
गाजीपुर: गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गाजीपुर के जखनिया में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का ये चुनाव भाजपा प्रत्याशी को सिर्फ विधायक बनाने के लिए ही नहीं है, उसके साथ ही ये चुनाव उत्तर प्रदेश के करोड़ों पिछड़ा समाज के लोगों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए भी है।
विपक्ष पर जमकर हुए हमलावर
विपक्ष पर हमलावर होते हुए अमित शाह ने कहा कि अखिलेश यादव के चश्में से उन्हें सिर्फ जाति और धर्म ही दिखाई पड़ते हैं। एक लेंस से एक धर्म विशेष दिखाई पड़ता है, जिसमें आप और हम नहीं है। दूसरे लेंस से उन्हें एक जाति दिखाई पड़ती है, उसमें भी हम नहीं दिखाई पड़ते। सबका साथ-सबका विकास सिर्फ भाजपा कर सकती है।
सरकार की उपलब्धियों का किया जिक्र
भाजपा सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा यूपी के करीब 82 लाख गरीबों को घर देने का काम भाजपा सरकार ने किया है। 2.54 करोड़ किसानों को पीएम किसान योजना के तहत हर साल 6,000 रुपये उनके बैंक खाते में दिए गए हैं। राज्य में यजपा सरकार बनने के बाद किसी किसान को बिजली का बिल नहीं देना होगा। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश से एक-एक अपराधी को चुन-चुनकर जेल में डालने का काम किया है। यूपी को माफियाओं से मुक्त कराने का काम भाजपा सरकार ने किया है। 2,000 करोड़ की भूमि को माफियाओं के कब्जे से छुड़ाकर वहां गरीबों के आवास भाजपा सरकार ने बनवाए हैं।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
जब अपने ही नाम की वजह से परेशान हुए मुलायम सिंह यादव, पिता का नाम जोड़कर लड़ना पड़ा चुनाव
अंतिम चरण में अखिलेश को नुकसान पहुंचाएगा अब्बास का बयान, कहा- ट्रांसफर से पहले होगा हिसाब-किताब