सार
पीड़ित दीपक राय ने बताया कि सुलतानपुर रोड पर बगियामऊ में उनकी कई बीघा पैतृक जमीन थी। पिता और दादा ने जमीन अंशल ग्रुप को बेची थी। जमीन से 7.50 करोड़ रुपये मिले थे। रुपयों से व्यवसाय करने की तैयारी कर रहे थे। इस बीच उनकी मुलाकात वर्ष 2015 में मऊ के रहने वाले प्रवीण राय से हुई।
लखनऊ: डीआइओएस ओमप्रकाश राय और उनकी पत्नी शशि राय समेत चार के खिलाफ करोड़ों की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। महानगर कोतवाली में पेपर मिल कालोनी निवासी दीपक राय ने मुकदमा दर्ज कराया है। बता दें कि डीआइओएस गाजीपुर जिले में तैनात है।
ऐसे हुई धोखाधड़ी
पीड़ित दीपक राय ने बताया कि सुलतानपुर रोड पर बगियामऊ में उनकी कई बीघा पैतृक जमीन थी। पिता और दादा ने जमीन अंशल ग्रुप को बेची थी। जमीन से 7.50 करोड़ रुपये मिले थे। रुपयों से व्यवसाय करने की तैयारी कर रहे थे। इस बीच उनकी मुलाकात वर्ष 2015 में मऊ के रहने वाले प्रवीण राय से हुई।
उन्होंने शशि इंफ्रा में सात करोड़ रुपये का निवेश किया। शशि इंफ्रा की मालिकन शशि राय के पति ओम प्रकाश गाजीपुर में डीआइओएस हैं। उक्त लोगों ने मिलकर जमीन खरीदने के लिए एएसआर इंफ्रा के नाम से एक और फर्म बनाई। दीपक ने बताया कि काफी समय बीत गया पर निवेश किए गए रुपयों में उन्हें कुछ मुनाफे की रकम नहीं मिली।
शासन में अधिकारियों तक पहुंच होने की कही बात
प्रवीण राय ने विनय कुमार राय नाम के व्यक्ति से मुलाकात कराई और उन्हें अपना बड़ा भाई बताया। विनय ने खुद को किसान मोर्चा यूनियन का अध्यक्ष बताया और कहा कि उनकी शासन में उच्चस्तर के अधिकारियों तक की पहुंच है। इसके बाद उन्होंने शशी इंफ्रा लिमिटेड कंपनी के बारे में बताया। कहा कि यह रियल स्टेट कंपनी बाराबंकी समेत कई जनपदों में प्रोजेक्ट कर रही है। यहां रुपये निवेश करो तो बड़ा मुनाफा होगा।
उन्होंने रुपयों की मांग की तो उक्त लोग टाल मटोल करने लगे। ओमप्रकाश राय से रुपयों का हिसाब करने को कहा तो वह भी टाल मटोल करने लगे। आरोप है कि उक्त लोगों ने धमकी दी और रुपया हड़प लिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोप के आधार पर ओमप्रकाश राय उनकी पत्नी शशि राय, विनय और प्रवीण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
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