सार

बहू अपर्णा बिष्ट यादव ने सास साधना को एक इमोशनल चिट्‌ठी लिखी है। लेटर बेहद भावुक कर देने वाला है। अपनी सास को उन्होंने मां, दोस्त और सखी बताया है। साथ ही उन्होंने लिखा कि वह अपनी अंतिम यात्रा पर चली गईं, तो मेरी दुनिया ही उजड़ गयी है।

लखनऊ: मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता का शनिवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वे 62 साल की थीं। फेफड़े में इन्फेक्शन की वजह से उनका इलाज चल रहा था। बहू अपर्णा बिष्ट यादव ने सास साधना को एक इमोशनल चिट्‌ठी लिखी है।

लेटर बेहद भावुक कर देने वाला है। अपनी सास को उन्होंने मां, दोस्त और सखी बताया है। साथ ही उन्होंने लिखा कि वह अपनी अंतिम यात्रा पर चली गईं, तो मेरी दुनिया ही उजड़ गयी है।

पढ़िए पूरी चिट्ठी...

ममता और स्नेह का आंचल सुख गया। जिस वटवृक्ष की छांव में हम सभी हैं, उस बरगद नेताजी को सहारा देने वाली मां चली गईं। 

मुझे उनसे वह पहली मुलाकात अब भी याद है। वह मुझसे मिलीं तो उनकी आंखों में वही प्यार था, जो प्रतीक को देखकर उनकी आंखों में उमड़ता था। 

उनसे मिलने में मुझे थोड़ी देर हुई, क्यों कि मैं तो बहुत दिनों तक जानती ही नहीं थीं कि प्रतीक नेताजी के परिवार से हैं। 

मैं और प्रतीक स्कूली जमाने से साथ थे, भले ही हमारे स्कूल अलग थे। तब मोबाइल का जमाना नहीं था, तो हमने ईमेल ही एक्सचेंज किये थे। जब एक बार मैंने कोने मेल खोले तो प्रतीक के कई सारे प्यार भरे मैसेज मेरे इनबॉक्स में थे। 

उसके बाद ही मां से मिलने का तय हुआ था। पहली मुलाकात से लेकर आज जब वह नहीं हैं, तब तक का उनका प्रेम और स्नेह मेरी आँखों के सामने किसी रील की तरह घूम रहा है। 

पुरानी कहावत है कि ईश्वर सब जगह नहीं हो सकता, इसलिए उसने मां बनाई। मैं अगर इस कहावत को थोड़ा आगे बढाऊँ तो कहूंगी कि मां का प्यार दोगुना मिले, इसलिए हमें सासू-मां मिलती हैं। 

मेरी सासू-मां तो आगे बढ़कर मेरे लिए मां ही होगईं। आज जब वह अपनी अंतिम यात्रा पर चली गईं, तो मेरी दुनिया ही उजड़ गयी है। मैंने एक साथ अपनी मां, दोस्त, सखी और सबसे बढ़कर ऐसे संरक्षक को खो दिया है, जो धूप हो या बारिश, हमेशा मेरे लिए खड़ी रहीं। 

मां, तुम बहुत याद आओगी...
तुम हमेशा मेरे साथ रहोगी.....

अपर्णा

अपनी इन खूबियों के चलते मुलायम सिंह यादव परिवार को हमेशा याद आएंगी साधना गुप्ता