सार

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयरइट जैसे 52 चाइनीज मोबाइल ऐप को प्रतिबंधित कर दिया है। सभी अफसरों व कर्मियों से स्पष्ट कहा गया है- अपने व अपने परिवार के मोबाइल से ये ऐप डिलीट कर दें। इससे डेटा चोरी की संभावना है।

लखनऊ(Uttar Pradesh). लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार को चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे। इसको लेकर पूरे देश में चीन के प्रति आक्रोश है। देश में लोग चाइना की चीजों के बहिष्कार के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं । उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयरइट जैसे 52 चाइनीज मोबाइल ऐप को प्रतिबंधित कर दिया है। सभी अफसरों व कर्मियों से स्पष्ट कहा गया है- अपने व अपने परिवार के मोबाइल से ये ऐप डिलीट कर दें। इससे डेटा चोरी की संभावना है।

यूपी एसटीएफ पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ यश की तरफ से ये आदेश जारी किया गया है। केंद्रीय गृहमंत्रालय के दिशा निर्देशों का हवाला देते हुए आईजी अमिताभ यश ने अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए आदेश जारी किया है कि, वे अपने व परिवार के मोबाइल फोन से तत्काल ये ऐप हटा दें। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी इन ऐप्स को इस्तेमाल न करने की सलाह दी है। इन ऐप द्वारा व्यक्तिगत व अन्य डेटा चुराए जाने की संभावना जताई गई है। राज्य में किसी सुरक्षा एजेंसी द्वारा की गई ये सबसे पहली कार्रवाई है।  

डाटा चोरी होने का रहता है खतरा 
सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे 52 ऐप की पहचान की है, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। एजेंसियों की ओर से सरकार से अपील की गई है कि चीन से जुड़े 52 मोबाइल ऐप को ब्लॉक कर दिया जाए या भारतीयों को इन ऐप के इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाए। एजेंसियों की दलील है कि इन 52 चीनी ऐप का इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं है। यह ऐप भारतीयों का डाटा बड़े पैमाने पर देश से बाहर भेज रहे हैं।