सार
भदोही पुलिस की मदद से तीन साल से सऊदी अरब में फंसे युवक की शुक्रवार को अपने घर वापसी हुई। इस मामले में भदोही के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एग्रीमेंट समाप्त होने के बाद भी कंपनी युवक को नहीं आने दे रही थी। लेकिन उसकी वापसी के बाद से परिजन काफी खुश हैं।
भदोही: अक्सर लोग कमाई करने के लिए राज्य ही नहीं बल्कि दूसरे देश भी जाते है ताकि अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके। सालों तक अपने परिवार से दूर रहकर लोग पैसे कमाते है लेकिन जब उन्हें पैसा भी न मिले और अपने देश व राज्य में आने भी नहीं दिया जाए तो इसका दर्द उस व्यक्ति का परिवार या वो खुद समझ सकता है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के जिले भदोही से भी इसी प्रकार की एक भावुक कर देने वाली कहानी सामने आई है। शहर का एक युवक सऊदी अरब के जेद्दा शहर में पिछले कई महीनों से फंसा हुआ था। कंपनी का एग्रीमेंट खत्म होने के बाद भी उसको वापस अपने घर नहीं आने दिया जा रहा था। लेकिन भदोही पुलिस के प्रयास से युवक की शुक्रवार को घर वापसी हुई है।
एंग्रीमेंट खत्म होने के बाद भी कंपनी नहीं दे रही थी आने
जानकारी के अनुसार शहर के कोईरौना थाना क्षेत्र के सोनपुर गांव के राकेश उपाध्यक्ष 2019 में अपने घर से सऊदी अरब की एक कंपनी में प्लंबर का काम करने इसलिए गया था ताकि वहां काम करके अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए पैसा कमा कर घर लौटे। लेकिन जी तोड़ मेहनत करने के बाद उसको सही मेहनताना नहीं मिला। इतना ही नहीं वह जिस कंपनी में काम कर रहा था एग्रिमेंट खत्म होने के बाद भी उसे अपने देश जाने से रोका गया। कंपनी के अधिकारियों ने उसके सभी दस्तावेज अपने पास रख लिए थे। जब वह कंपनी के अधिकारियों से मिलने की इच्छा जाहिर करता तो उसको मिलने नहीं दिया जाता था। अभी तक राकेश का साढ़े तीन लाख रुपयों का भुगतान कंपनी ने नहीं किया है।
सोशल मीडिया के माध्यम से परिजन ने मांगी मदद
साल 2019 से गए राकेश के घर में वापसी न होने पर परिजन परेशान हुए तो उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से भदोही पुलिस से मदद की गुहार लगाई थी। जिसके बाद भदोही पुलिस ने उनकी मदद की और विदेश मंत्रालय से संपर्क किया। विदेश मंत्रालय ने भारतीय दूतावास के माध्यम से युवक की घर में वापसी कराई है। राकेश को लेकर भदोही पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एग्रीमेंट खत्म होने के बाद भी कंपनी उनको अपने घर वापस आने नहीं दे रही थी। लेकिन शुक्रवार को उनकी वापसी हुई. जिसके बाद से युवक को सही सलामत पाकर परिजन बेहद खुश है।