सार

 यहां से कैबिनेट मंत्री बनाए गए सुरेश खन्ना और जितिन प्रसाद योगी की पिछली सरकार में भी कैबिनेट का ही हिस्सा थे। इस बार भी दोनों को फिर से कैबिनेट में स्थान दिया गया है। तीसरे मंत्री हैं- जेपीएस राठौर। उनको स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री बनाया गया है।

राजीव शर्मा
बरेली: योगी मंत्रिमंडल में बरेली मंडल के शाहजहांपुर जिले का खास दबदबा हो गया है। वजह यह कि इस जिले से सबसे ज्यादा तीन मंत्री बनाए गए हैं। इनमें दो कैबिनेट मंत्री हैं और एक स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री। दरअसल, समीकरण के लिहाज से तीनों को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिया गया है। यहां से कैबिनेट मंत्री बनाए गए सुरेश खन्ना और जितिन प्रसाद योगी की पिछली सरकार में भी कैबिनेट का ही हिस्सा थे। इस बार भी दोनों को फिर से कैबिनेट में स्थान दिया गया है। तीसरे मंत्री हैं- जेपीएस राठौर। उनको स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री बनाया गया है।

जेपीएस न विधायक, न एमएलसी फिर भी मिली लालबत्ती
शाहजहांपुर से राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाए गए जेपीएस राठौर न तो विधायक हैं, न ही एमएलसी फिर भी वह योगी मंत्रिमंडल में शामिल किए गए हैं। वह भाजपा के प्रदेश महामंत्री हैं। भाजपा जल्द ही उनको उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नामित करेगी। वजह यह कि मंत्रिमंडल में बने रहने वाले गैर सदस्य व्यक्ति का अगले छह महीने में विधानसभा या विधान परिषद में से किसी का सदस्य बनना जरूरी होता है। माना जा रहा है कि बरेली मंडल में क्षत्रिय समाज को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देने के लिए जेपीएस राठौर को लाल बत्ती नवाजी गई है।

खन्ना को मिला है वरिष्ठता का ईनाम
सुरेश खन्ना इस बार 9 वीं बार शाहजहांपुर शहर सीट से विधानसभा चुनाव जीते हैं। वह भाजपा के पुराने नेता हैं और योगी की पिछली सरकार में भी नगर विकास, वित्त और संसदीय कार्य मंत्री रहे हैं। इस बार भी उनको वरिष्ठता की वजह से योगी ने अपनी कैबिनेट में स्थान दिया है। वह मुख्यमंत्री योगी के बेहद भरोसेमंद मंत्रियों में शुमार किए जाते हैं। भाजपा विधायक दल की बैठक में पिछली बार भी और इस बार भी विधायक दल के नेता के रूप में योगी आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव सुरेश खन्ना ने ही रखा था।

कांग्रेस से आने का जितिन को मिला है ईनाम, रह चुके हैं सांसद
शाहजहांपुर से योगी कैबिनेट में शामिल किए गए जितिन प्रसाद इस जिले से सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। वह पिछले साल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। ब्राहमण चेहरे के रूप में उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। पिछले साल जब वह भाजपा में शामिल हुए थे तो भाजपा ने उनको एमएलसी बनाने के बाद योगी कैबिनेट में प्राविधिक शिक्षा के मंत्री के रूप में शामिल किया था। अबकी फिर से उनको कैबिनेट में मौका दिया गया है।