CBSC EXAM: CBSC EXAM: एग्जाम के डर से हो सकती है एंग्जाइटी डिसऑर्डर नाम की बीमारी

बोर्ड की परीक्षा नजदीक आ रही हैं। एक महीने का समय में भी परीक्षाओं में नहीं रह गया है। ऐसे में कम समय में अच्छी पढ़ाई कैसे करें और एग्जाम समय में होने वाली टेंशन को कैसे भगाएं ये जानना जरूरी है। एग्जाम टाइम में बच्चों को बेचैनी और 
घबराहट होने लगती है जो बड़ी बीमारी का कारण बन सकती है।

/ Updated: Jan 30 2020, 01:32 PM IST
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वीडियो डेस्क। बोर्ड की परीक्षा नजदीक आ रही हैं। एक महीने का समय में भी परीक्षाओं में नहीं रह गया है। ऐसे में कम समय में अच्छी पढ़ाई कैसे करें और एग्जाम समय में होने वाली टेंशन को कैसे भगाएं ये जानना जरूरी है। एग्जाम टाइम में बच्चों को बेचैनी और घबराहट होने लगती है जो बड़ी बीमारी का कारण बन सकती है। मनोचिकित्स रूमा भट्टाचार्य ने बताया कि  हर समय की हड़बड़ाहट, एक काम से दूसरे काम पर दौड़ता मस्तिष्क, सब कुछ सही होने के बावजूद एक स्थायी डर, एंग्जाइटी डिसऑर्डर हो सकती है। यदि एंग्जाइटी की समस्या से लंबे समय से जूझ रहे हैं तो किसी अच्छे मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक से मिलने से परहेज न करें। दवाओं से किसी मानसिक रोग के उपचार को फार्मेकोथेरेपी कहते हैं। एंग्जाइटी डिसऑर्डर के उपचार के लिये बाजार में कईं प्रभावकारी दवाएं उपलब्ध हैं। कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए।

डिसऑर्डर के कारण क्या हैं ?
लंबे समय तक चलने वाला तनाव और अनिद्राहर समय चिंता, बेचैनी और भविष्य का डरथकान, सिरदर्द और अनिद्राआनुवंशिक कारण भी इसकी वजह हो सकते हैंशारीरिक कमजोरी।याददाश्त कमजोर पड़ जाना।लगातार चिंतित रहना।एकाग्रता में कमी आना, आंख के आगे तैरते हुए बिंदु दिखायी देना।घबराहट, डर और असहजता महसूस होना।नकारात्मक विचारों पर काबू न होना व अप्रिय सपने दिखना।