बड़वाले महादेव: दूल्हा बने भगवान शंकर की निकली बारात, नंदी पर बैठे भोलेनाथ चले पार्वती को लेने, देखें Video
वीडिय डेस्क। देश भर में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। महाशिवरात्रि पर गुरुवार सुबह 5 बजे से ही शिव भक्तों ने मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और भगवान से मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना की। शिव के जयकारों के साथ जल-दूध से अभिषेक हुआ। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सुबह 10.30 बजे बड़वाले महादेव मंदिर जाकर पूजा अर्चना की। यहां पर चांदी के रथ पर भगवान शिव की बारात निकली। इसमें दूल्हा बने भगवान की नंदी पर बैठी चांदी की प्रतिमा आकर्षण का केंन्द्र हैं। एक दिन पहले ही मंदिरों को फूलों और बिजली की झालरों से सजाया गया। देखिए भोलेनाथ की बारात
वीडिय डेस्क। देश भर में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। महाशिवरात्रि पर गुरुवार सुबह 5 बजे से ही शिव भक्तों ने मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और भगवान से मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना की। शिव के जयकारों के साथ जल-दूध से अभिषेक हुआ। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सुबह 10.30 बजे बड़वाले महादेव मंदिर जाकर पूजा अर्चना की। यहां पर चांदी के रथ पर भगवान शिव की बारात निकली। इसमें दूल्हा बने भगवान की नंदी पर बैठी चांदी की प्रतिमा आकर्षण का केंन्द्र हैं। एक दिन पहले ही मंदिरों को फूलों और बिजली की झालरों से सजाया गया। देखिए भोलेनाथ की बारात
भगवानी मंदिर वरमाला का कार्यक्रम
बड़वाले महादेव सेवा समिति के सदस्य प्रमोद नेमा ने बताया कि कायस्थपुरा बड़वाले महावेद मंदिर से भगवान शिव की बारात सिंधी मार्केट, जवाहर चौक, जुमेराती, हनुमानगंज, मंगलवरा, इतवारा, चिंतामण चौराहा, चौक बाजार, लखेरापुरा से भवानी मंदिर सोमवारा पहुंचेंगी। यहां पर भवानी मंदिर समिति बारात की अगवानी करेंगे और वरमाला का कार्यक्रम होगा। इसके साथ ही अन्य रस्में होंगी। जिसके बाद माताजी की विदाई के बाद बारात मंदिर लौट आएंगी।